नाबालिगों की शादी पर रूद्रप्रयाग प्रशासन सख्त, दो बालिकाओं की रूकवाई शादी

रूद्रप्रयाग। जनपद में नाबालिक बालिकाओं की शादी को लेकर बाल विकास विभाग, चाइल्ड हेल्पलाइन व सखी वन स्टॉप सेंटर सख्त नजर आ रहे हैं। जिले में लगातार प्रशासन द्वारा बाल विवाह को रूकवाया जा रहा है, पुनः आज उखीमठ विकासखंड में दो नाबालिकों की शादी रूकवाई गई। साथ ही परिजनों को सख्त हिदायत भी दी गई।

जानकारी के अनुसार चाइल्ड हेल्पलाइन, रुद्रप्रयाग की दी गई जानकारी के आधार पर जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ अखिलेश मिश्रा की सजगता से ऊखीमठ क्षेत्र के गांधीनगर एवं ओंकारेश्वर वार्ड की दो नाबालिक बालिकाओं की शादी रुकवाई गई। ज्ञातव्य है कि पिछले कुछ समय से जखोली और ऊखीमठ ब्लॉक में नाबालिक बालिकाओं के विवाह की सूचनाएं प्राप्त हो रही हैं जिस पर प्रशासन द्वारा सख्त कार्यवाही की जा रही है।

इसी क्रम में जैसे ही ऊखीमठ क्षेत्रांतर्गत नाबालिक बालिकाओं की विवाह की सूचना प्राप्त हुई तुरंत ही वन स्टॉप सेंटर से केंद्र प्रशासक रंजना गैरोला भट्ट, मिशन शक्ति की समन्वयक दीपिका कांडपाल, बाल संरक्षण अधिकारी रोशनी रावत और चाइल्ड हेल्प लाइन के सुपरवाइजर सुरेंद्र सिंह, क्षेत्रीय पटवारी अमित पंवार तथा दोनों वार्डों के सदस्यों द्वारा उक्त नाबालिक बालिकाओं के विद्यालयों में जाकर उनकी जन्मतिथि प्राप्त कर तत्पश्चात उनके परिजनों से बातचीत कर उनको समझाया गया कि नाबालिक विवाह कानूनी अपराध है। यदि उनके द्वारा जबरदस्ती ये विवाह किए जाते हैं तो उनके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की जाएगी। जिसमें परिजनों को 2 वर्ष के सख्त कारावास का प्रावधान है।

आपको बताते चले इससे पूर्व जखोली विकाखंड के अलग अलग गावों में भी प्रशासन द्वारा 5 नाबालिक बालिकाओं की शादी रूकवाई गई थी। प्रशासन द्वारा निरंतर अपील भी की जा रही है कि बाल विवाह कानूनी अपराध है जिसमें परिजनों का दो वर्ष का कारावास व जुर्माने का प्रावधान है।

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