मुख्यमंत्री सड़क योजना में आवंटित होंगे 100 करोड़, हेलीपोर्ट निर्माण के लिए जल्द बनेगी डीपीआर

शिमला । मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने मंगलवार को प्रशासनिक सचिवों के साथ समीक्षा बैठक में विभिन्न विभागों के कामकाज में प्रौद्योगिकी को शामिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे आम आदमी की सुविधा के साथ पारदर्शिता और तत्परता सुनिश्चित होगी। मुख्यमंत्री ने राजस्व विभाग से राज्य के लोगों की सुविधा के दृष्टिगत लंबे समय से लंबित राजस्व मामलों के निपटान में तेजी लाने को कहा। सुक्खू ने कहा कि मुख्यमंत्री सड़क योजना के तहत 100 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे और हाल में आपदा के कारण प्रभावित सड़कों की मरम्मत और रखरखाव के लिए लोक निर्माण विभाग को 20 करोड़ रुपये प्रदान किए जाएंगे।

1 व 2 दिसंबर को लगेगी राजस्व लोक अदालत
उन्होंने कहा कि 1 व 2 दिसंबर  को तहसील मुख्यालय स्तर पर राजस्व लोक अदालत का आयोजन किया जाएगा। अदालत में लंबे समय से लंबित इंतकाल व तकसीम के मामलों का प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जाएगा। उन्होंने इन राजस्व मामलों के निपटारे में पारदर्शिता बरतने और निस्तारित मामलों की पूरी सूची, सबंधित व्यक्ति का नाम, पता और संपर्क नंबर के साथ मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजस्व अधिकारियों की वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट में इस संबंध में प्रविष्टि की जाएगी और संबंधित अधिकारियों की पदोन्नति के दौरान कार्य प्रगति पर विचार किया जाएगा।

राजस्व अधिकारियों की एसीआर ऑनलाइन होगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 30 और 31 अक्तूबर को  इंतकाल अदालत का आयोजन किया गया। इसके उत्साहजनक परिणाम सामने आए और 31000 से अधिक इंतकाल मामलों का निपटारा किया गया है। उन्होंने कहा कि आगामी वित्त वर्ष से राजस्व अधिकारियों की एसीआर ऑनलाइन कर दी जाएगी।

हरित उद्योग परियोजनाओं को प्राथमिकता पर मंजूरी देने के निर्देश
  सुक्खू ने हरित उद्योग से संबंधित परियोजनाओं को प्राथमिकता के आधार पर मंजूरी देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पर्यटन राजस्व सृजन का प्रमुख क्षेत्र है और राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश में अधिक से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पर्यटन बुनियादी ढांचे का विस्तार कर रही है। उन्होंने कांगड़ा जिले के रक्कड़ और पालमपुर तथा चंबा जिले के सुल्तानपुर में हेलीपोर्ट स्थापित करने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट 15 दिसंबर तक पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिमला शहर को राज्य के पर्यटन शहर के रूप में बढ़ावा देने के लिए इसके निकट एक आधुनिक हेलीपोर्ट स्थापित किया जाएगा। इसके अलावा, राज्य सरकार चाय पर्यटन को बढ़ावा देने पर भी विचार कर रही है।

ई-टैक्सी योजना के लिए प्राप्त हुए 90 आवेदन
मुख्यमंत्री ने अपने पहले बजट में घोषित हरित पहल की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि ई-टैक्सी योजना के लिए अब तक 90 आवेदन प्राप्त हुए हैं और ई-वाहन को बढ़ावा देने के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा रहा है। उन्होंने प्रस्तावित ई-चार्जिंग स्टेशनों के निर्माण में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्टअप योजना के तहत स्थानीय युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने और स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए उन्हें सब्सिडी के रूप में 680 करोड़ रुपये प्रदान किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही स्टार्टअप योजना के तहत राज्य में कृषि और मत्स्य पालन विभागों की एक एकीकृत परियोजना शुरू की जाएगी, जो इस क्षेत्र में राज्य के लोगों को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने में सहायक होगी। उन्होंने जल शक्ति विभाग में 4500 पैरा कर्मियों, पुलिस विभाग में 1200 कांस्टेबलों तथा वन विभाग में लगभग 2100 वन मित्रों की भर्ती प्रक्रिया की भी समीक्षा की।

राष्ट्रीय कैंसर संस्थान की स्थापना होगी
मुख्यमंत्री ने राज्य के सभी चिकित्सा महाविद्यालयों में रोबोटिक सर्जरी और नवीनतम चिकित्सा उपकरणों का उपयोग करने से संबंधित प्रक्रिया की प्रगति की भी समीक्षा की। चिकित्सा महाविद्यालयों में इन सुविधाओं के सृजन से लोगों को विशेष स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के लिए राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्रदेश में राष्ट्रीय कैंसर संस्थान की स्थापना की जाएगी। उन्होंने कांगड़ा जिले के ज्वालामुखी में अनाथ बच्चों के लिए प्रस्तावित अत्याधुनिक आश्रम पर एक सप्ताह के भीतर स्थिति रिपोर्ट मांगी।

बेसहारा पशुओं की समस्या के समाधान को तंत्र विकसित होगा
मुख्यमंत्री ने बेसहारा पशुओं की समस्या पर अंकुश लगाने के लिए एक तंत्र विकसित करने के निर्देश दिए और इस संबंध में संबंधित एसडीएम और वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारियों से समन्वय व सहयोग से दृढ़ प्रयास करने के निर्देश दिए। उन्होंने कांगड़ा जिले के ढगवार में प्रस्तावित अत्याधुनिक दूध संयंत्र की प्रगति की भी समीक्षा की और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट में तेजी लाने के निर्देश दिए ताकि इसका कार्य शीघ्र आरंभ किया जा सके। बैठक में मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, प्रधान सचिव राजस्व ओंकार चंद शर्मा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा और अन्य प्रशासनिक सचिव शामिल हुए।

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