पुल नहीं होने से छात्रा नदी में बही, ग्रामीणों ने बचाया

अल्मोड़ा। विकासखंड भैंसियाछाना के धन्यान गांव में बुधवार सुबह सुबह एक बड़ा हादसा टल गया। स्कूल आ रही एक बच्ची अचानक नदी के तेज बहाव में बह गई। वहां मौजूद अन्य स्कूली बच्चों तथा ग्रामीणों की मदद से छात्रा को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। जिसका प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाड़ेछीना में उपचार चल रहा है। छात्रा खतरे से बाहर बताई जा रही है। राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धन्यान में कक्षा 9 की छात्रा ममता पुत्री शंकर राम निवासी ठाणा मटैना (ब्लॉक लमगड़ा) बुधवार सुबह अन्य बच्चों के साथ घर स्कूल के लिए निकली, सुयाल नदी पार करते समय छात्रा का पैर फिसल गया जिससे वह काफी दूर तक नदी में बहते चली गई। जिससे अन्य छात्र-छात्राओं में हड़कंप मच गया। छात्र-छात्राओं द्वारा शोर मचाने पर आनन-फानन में आसपास ग्रामीणों ने नदी में छलांग लगाकर छात्रा को सकुशल बाहर निकाला।

इसके बाद छात्रा को उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाड़ेछीना लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद छात्रा को घर भेज दिया गया। घटना के बाद ग्रामीणों में काफी रोष व्याप्त है ग्रामीणों का कहना है कि दर्जनों बार सुयाल नदी पर पुल बनाने के लिए शासन प्रशासन को गुहार लगाई जा चुकी है। लेकिन प्रशासन शायद किसी बड़ी दुर्घटना का इंतजार कर रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि ठाणा मटेना, ओडयूडा तथा पुरानी धन्यान से हर रोज 25 से 30 बच्चे जान जोखिम में डालकर सुयाल नदी पार कर राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धन्यान स्कूल पढ़ने आते हैं। जिस स्थान पर बच्चे नदी आर पार करते हैं वहां पर दो नदियां आपस में मिलती हैं जिस कारण नदी का जलस्तर बरसात के दिनों में काफी बढ़ जाता है।

ग्राम प्रधान हरीश सिंह ने बताया कि सुयाल नदी पर पहले पुल बना था। जो भैंसियाछाना तथा लमगड़ा ब्लॉक के गांव को आपस में जोड़ता था। जो वर्ष 2010 की आपदा में बह गया। इसके बाद पिछले 13 वर्षों में जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक दर्जनों बार पुल बनाने की गुहार लगा चुके हैं। कई बार जनता दरबार तथा बीडीसी बैठक में भी पुल बनाए जाने का मामला उठाया जा चुका है। यहां तक कि कुमाऊं कमिश्नर को भी पत्र के माध्यम से पुल बनवाने के लिए आग्रह कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि पहले भी इस प्रकार की घटना हो चुकी है कई बार ग्रामीणों के मवेशी नदी में बह चुके हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *