रुद्रप्रयाग। शनिवार सुबह केदारनाथ धाम में एमआई-17 से छिटक कर केदारनाथ की पहाड़ियों में क्रिस्टल हेलीकॉप्टर गिरकर मंदाकिनी नदी में समा गया। केदारनाथ धाम में पूर्व में लैंडिंग के दौरान क्रिस्टल हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। जिसे शनिवार सुबह ठीक करने के उद्देश्य से गौचर हवाई पट्टी ले जाया जा रहा था।
शनिवार की सुबह केदारनाथ में खराब हुए हेलीकॉप्टर को ठीक करने के उद्देश से वायु सेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टर की मदद से हैंग करके गौचर हवाई पट्टी पहुंचाया जा रहा था। इस दौरान एमआई-17 डिसबैलेंस होने लगा। खतरे को भांपते हुए पायलट ने खाली स्थान देखते हुए हेली को घाटी में ड्रॉप कर दिया। जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चैबे ने बताया कि शनिवार को हेली को ठीक करवाने के लिए गौचर हवाई पट्टी ले जाने की योजना थी। जिसके अनुसार सुबह सात बजे करीब वायु सेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर से क्रिस्टल एविएशन के हेली को हैंग कर गौचर पहुंचाया जाना था। थोड़ी दूरी पर जाते ही हेली के भार एवं हवा के प्रभाव से एमआई-17 का बैलेंस बिगड़ने लगा। जिसके चलते थारू कैंप के नजदीक पहुंचने पर एमआई 17 से हेलीकॉप्टर को ड्रॉप करना पड़ा। इस दौरान कुछ दूर पहुंचने पर सेना के एमआई- 17 से छंटककर क्रिस्टल हेलीकाप्टर पहाड़ियों से होकर मंदाकिनी नदी में समा गया। हेली में कोई यात्री या समान नहीं था। सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची। टीम स्थिति का मुआयना कर रही है। उन्होंने सभी लोगों से अपील की है कि हेली क्रैश में किसी के हताहत होने संबंधित अफवाह न फैलाई जाए। इस साल यात्रा के शुरुआत में 24 मई को केदारनाथ धाम में क्रिस्टल हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी के कारण हेलीपैड से 100 मीटर पहले इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी थी। हेलीकॉप्टर में 6 यात्री सवार थे. हालांकि, हादसे में किसी प्रकार के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ था।