नैनीताल। जिले के पिटारिया क्षेत्र में बीते एक सप्ताह से आतंक का सबब बना गुलदार मुर्गी के लालच में फंसकर वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है।
पूर्व सभासद भगवत रावत ने बताया कि बीते एक सप्ताह से एक गांव में गुलदार खतरा बना हुआ था। गुलदार दिन में आबादी वाले क्षेत्र में स्थानीय लोगों की जान पर खतरा बनकर मंडरा रहा था। जिसको देखते हुए स्थानीय लोगों ने वन विभाग से क्षेत्र में पिंजरा लगाने की मांग की। भगवत रावत ने बताया कि बीते दिनों आंगनबाड़ी स्कूल के बाहर से गुलदार घूमता नजर आया, जिससे स्कूली बच्चों को भी खतरा था। जिसके बाद वन विभाग की टीम ने देर रात आबादी वाले क्षेत्र में पिंजरा लगाकर गुलदार को पकड़ लिया गया है। इससे स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है। सीसीटीवी कैमरों में दिख रहा था। साथ ही घरों के आंगन में आकर कुत्तों और मुर्गियों पर हमला भी कर रहा था।
वन विभाग के रेंजर प्रमोद तिवारी ने बताया कि क्षेत्र में गुलदार की दहशत की शिकायत के बाद आबादी वाले क्षेत्र के आसपास कैमरा ट्रैप लगाए थे। कैमरा ट्रैप से गुलदार की लोकेशन मिली थी। उसी के आधार पर वन विभाग की टीम ने क्षेत्र में पिंजरा लगाया था। पिंजरे में मुर्गी रखी गई थी। गुलदार पिंजरे में कैद हुआ है। इस गुलदार को अब रानीबाग स्थित रेस्क्यू सेंटर भेजा जा रहा है।