देहरादून। स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता के बेहतर क्रियान्वयन हेतु युद्ध स्तर पर कार्य करें अधिकारी यह बात स्वाति एस. भदौरिया, मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा एन.एच.एम. के अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की दो दिवसीय मुख्य चिकित्सा अधिकारी की जनपदीय समीक्षा बैठक के दौरान कही। समीक्षा बैठक का आयोजन देहरादून स्थित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सभागार में किया गया। मिशन निदेशक द्वारा प्रदेश में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, उत्तराखण्ड की कार्ययोजना के अन्तर्गत स्वीकृत निर्माण कार्यों हेतु समस्त मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित कर कार्यदायी सस्थाओं के साथ समय-समय पर बैठक करते हुए प्रगति एवं गुणवत्ता की मॉनिटरिंग व एम.ओ.यू. के अनुसार समयान्तर्गत कार्यों को पूर्ण कर विभाग को यथाशीघ्र हस्तगत कर लिया जाए ताकि इनका संचालन जनकल्याण हेतु किया जा सके।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रस्ट्रचर मिशन भारत सरकार की एक महत्वपूर्ण एवं महत्वकाक्षी योजना है। जिसके अन्तर्गत क्रिटिकल केयर ब्लॉक (सी.सी.बी.), डिस्ट्रीक्ट इन्टीग्रेटेड पब्लिक हेल्थ लैब (डी.आई.पी.एच.एल.) एवं ब्लॉक पब्लिक हेल्थ यूनिट (बी.पी.एच.यू.) के निर्माण कार्यों की प्रगति एवं गुणवत्ता को मॉनिटर करने के निर्देश दिए एवं जिन बी.पी.एच.यू. के निर्माण पूर्ण कर लिए गये है उन्हें शीघ्र संचालित किया जाए। साथ ही प्रस्तावित सी.सी.बी., डी.आई.पी.एच.एल. एवं बी.पी.एच.यू. के निर्माण हेतु भूमि की उपलब्धता की सूचना जल्द प्रेषित करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिये।
स्वाति एस. भदौरिया द्वारा 15वें वित्त आयोग के अन्तर्गत बी.पी.एच.यू. एवं सब सेन्टर के निर्माण कार्यों की प्रगति एवं गुणवत्ता को मॉनिटर करने व नवनिर्माण हेतु भूमि की उपलब्धता की सूचना प्रेषित करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को दिए। सिकल सेल उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत राज्य के 8 जनपदों द्वारा सिकल सेल की स्क्रीनिंग पूर्ण कर ली गई है, शेष 5 जनपदों को आगामी 15 दिवसों में स्क्रीनिंग पूर्ण करने हेतु निर्देशित किया गया।
समीक्षा बैठक के दौरान आशा कार्यकर्ताओं के कार्यों को महत्वपूर्ण बताते हुए राज्य में तैनात आशाओं के संवेदीकरण हेतु आदेशित किया गया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कार्यक्रमों का लाभ आम जनमानस तक पहुंचाने हेतु आशाओं की अहम भागीदारी है जिस हेतु यह सुनिश्चित किया जाए कि आशाओं का संवेदीकरण किया जाए, जिससे कि आम जनमानस तक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित किये जा रहे कार्यक्रमों की समस्त जानकारी पहुंच सके। बैठक के दौरान उच्च स्तर से राष्ट्रीय टी.बी. उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित टी.बी. मुक्त पंचायत अभियान के तहत भारत सरकार द्वारा चिन्हित जनपदों को सम्मानित किया जाने हेतु निर्देशित किया गया।
समीक्षा बैठक के दौरान मानव संसाधन पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत मौजूदा पद के सापेक्ष जल्द ही रिक्त पदों को भरने पर बल दिया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी जनपदों में स्वास्थ्य कर्मियों की संख्या, प्रशिक्षण और उनकी तैनाती की स्थिति की जांच की जाए। समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता कार्यक्रमों के प्रचार-प्रसार और उनकी प्रभावशीलता का मूल्यांकन मिशन निदेशक द्वारा किया गया। उन्होंने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित समस्त कार्यक्रमों की जानकारी व उनके लाभ आम जनमानस तक प्रचारित किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
बैठक में डॉ नरेंद्र शर्मा निदेशक स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय, डॉ मनु जैन निदेशक एनएचएम, डॉ तृप्ति बहुगुणा सलाहाकार एसएचआरसी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी समस्त जनपद, सहायक निदेशक एन.एच.एम. सहित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।