देहरादून। भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना में भारतीय मानकों के उपयोग को लेकर आज मानक मंथन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें ग्राम्य विकास विभाग, शहरी विकास विभाग, नगर निगम के अधिकारी व कर्मचारियों के साथ ही स्टैंडर्ड क्लब के विद्यार्थी व आम जनमानस ने भागीदारी की।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने भारतीय मानक ब्यूरो की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि बीआईएस के मानक सुरक्षा व टिकाऊपन को सुनिश्चित करते हैं। उन्होंने सभी से बीआईएस द्वारा सत्यापित उत्पाद ही खरीदने का आह्वान किया। गणेश जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है, जो लाखों भारतीयों के जीवन को प्रभावित करता है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना में उत्तराखंड पूरे देश में पहले स्थान पर है।
बीआईएस देहरादून शाखा के निदेशक व प्रमुख सौरभ तिवारी ने कहा कि बीआईएस एक राष्ट्रीय मानकीकरण निकाय हैं। इसके द्वारा भवनों की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए भी कई मानक तैयार किए गए है, जिसमें सीमेंट, सरिया, टाइल्स आदि के मानक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय मानक ब्यूरो पिछले लंबे समय से ग्राम पंचायतों से भी जुड़ा हुआ है तथा उन्हें कृषि व भवन निर्माण के मानकों की जानकारी दी जा रही है। ऑनलाइन माध्यम से कार्यक्रम में शामिल हुए उत्तर प्रदेश के रिटायर्ड टाउन प्लानर राजपाल कौशिक ने प्रधानमंत्री आवास योजना के विषय में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि हिमालयी क्षेत्र बेहद संवेदनशील है, ऐसे में भवन निर्माण के लिए बेहद समझदारी से स्थल का चयन होना चाहिए। उन्होंने सभी हितधारकों से इस योजना में भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा तैयार मानकों का इस्तेमाल करने का अनुरोध किया। बीआईएस के संयुक्त निदेशक सचिन चौधरी ने बीआईएस के विभिन्न मानकों के विषय में जानकारी दी।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से ग्राम्य विकास विभाग के संयुक्त निदेशक संजीव राय व डीआरडीए के प्रोजेक्ट डायरेक्टर विक्रम सिंह भी उपस्थित थे।