रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा पड़ाव के कुंड से सोनप्रयाग तक मीट की दुकाने पूर्णतयाः बंद किये जाने को लेकर हिन्दू संगठनों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को ज्ञापन सौंपा। रविवार को स्यालसौड़ में आयोजित कार्यक्रम के दौरान हिन्दू संगठन के कार्यकर्ता सीएम धामी से मिले और उन्होंने यात्रा पड़ावों में मांस की दुकानों को बंद किये जाने की मांग रखी।
गौ रक्षा विभाग के प्रदेश अध्यक्ष थानापति मणि महेश महाराज, बजरंग सेना युवा प्रदेश अध्यक्ष रोहित डिमरी, भैरव सेना जिलाध्यक्ष अशोक सेमवाल, मोहित मैठाणी ने सीएम को दिए ज्ञापन में कहा कि केदारनाथ यात्रा पड़ाव के कुंड से सोनप्रयाग तक मीट की दुकाने खुली हुई हैं, जिस कारण छह माह यात्रा सीजन के दौरान इन दुकानों को देखकर देश-विदेश से यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों की भावनाएं आहत होती हैं। बिना जिला पंचायत के लाइसेंस के ही ये दुकानें संचालित हो रही हैं, जबकि मुर्गे और बकरियों की कोई मेडिकल जांच भी नहीं होती है।
मांस विक्रेताओें के हौंसले इतने बुलंद रहते हैं कि वे किसी भी तरह से यात्रा मार्ग पर मांस पहुंचाने का कार्य करते हैं। इस वर्ष की यात्रा के दौरान कट्टों में मांस भरकर ले जाया गया, जिसके वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए। इसके अलावा नेपाली मूल के लोग शराब कारोबार में संलिप्त पाए गए। यात्रा सीजन के दौरान केदारनाथ यात्रा पड़ावों में शराब और मांस का व्यापार धड़ल्ले से चलता है, जिसकी रोकथाम को लेकर सरकार और शासन-प्रशासन कोई ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा पड़ावों में शराब और मांस का व्यापार फल-फूलने से देश-विदेश से यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचती है। प्रदेश सरकार का तंत्र इन शराब माफियाओं और मांस व्यापारियों को रोकने में नाकाम दिखाई दे रहा है। इसके अलावा केदारघाटी में बाहरी प्रदेशों से आने वाले लोगों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। ये सरकारी काम काज के साथ ही स्थानीय रोजगार पर भी डाका डाल रहे हैं। उन्होंने सीएम से केदारनाथ यात्रा पड़ाव के कुंड से सोनप्रयाग तक सभी मीट की दुकानों को बंद कराये जाने के साथ बाहरी प्रदेशों से आए लोगों का सत्यापन करने के साथ इन पर कड़ी नजर रखने की मांग की, जिससे भविष्य में कोई बड़ी अनहोनी से बचा जा सके।