देहरादून। उड़ीसा, पंजाब, हिमाचल की तर्ज पर नियमितीकरण, मानदेय में 20 प्रतिशत की बढोत्तरी समेत सात मांगों को लेकर उपनल कर्मचारी छह सितंबर को विधानसभा का घिराव करेंगे। उपनल ने सरकार पर आउटसोर्स कर्मियों की अनदेखी और उत्पीड़न करने का आरेाप भी लगाया है। शुक्रवार को प्रेस क्लब में प्रेस कांफ्रेस करते हुए उपनल कर्मचारी संयुक्त मोर्चा के संयोजक विनेाद गोदियाल, सह संयोजक नरेश थपलियाल ने कहा कि उपनल के जरिए 20 हजार से ज्यादा लोग विभिन्न विभागों में वर्षों से सेवाएं दे रहे हैं। अब तक उनके सुरक्षित भविष्य के लिए सरकार ने कोई नीति तय नहीं की। आउटसोर्स कर्मचारी जितनी मेहतन और समर्पण के साथ काम कर रहे हैं, सरकार उतना ही उनका उत्पीड़न कर रही है। न तो कर्मचारियों को समय पर मानेदय ही मिलता है और नहीं समय पर सेवा विस्तार और समायोजन।
हाईकोर्ट ने वर्ष 2018 में कर्मचारियों के नियमितीकरण के लिए सरकार को आदेश दिया था, उसके खिलाफ भी सरकार सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर कर दी। उन्होंने कहा कि एक और तो उपनल प्रबंधन पूर्व सैनिक संगठनों पर सीएसआर के फंड को बांटते नहीं थक रहा है, वहीं जिन कर्मचारियों के सर्विस चार्ज से वो पैसा कमाता है, उन कर्मचारियों की कोई परवाह ही नहीं है।
गोदियाल ने मांग की सरकार तत्काल अध्यादेश लेकर उपनल कर्मचारियों के नियमितीकरण व अन्य समस्याओं के समाधान के लिए नीति बनाए। कर्मचारियों की विभिन्न मांगों की ओर सरकार का ध्यान खींचने के लिए छह सितंबर को विधानसभा सत्र के दौरान उपनल कर्मचारी विधानसभा का घिराव और प्रदर्शन करेंगे। इस इस मौके पर विनय प्रसाद, प्रमोद गुंसाई, महेश भट़्ट आदि मौजूद रहे।
प्रमुख मांगे:
- हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में में दायर एसएलपी वापस ली जाए। हाईकोर्ट के वर्ष 2018 के आदेश को तत्काल लागू किया जाए।
-वर्ष 2021 में उपनल कर्मियों के आंदोलन के दौरान गठित कैबिनेट मंत्रियों की उपसमिति की रिपोर्ट लागू हो
-18 जुलाई 2023 को अपर मुख्य सचिव द्वारा जारी शासनादेश को निरस्त किया जाये।जिसमें स्वीकृत पदों के सापेक्ष नियुक्त कर्मियों को वेतन देने का प्रावधान किया गया है। - मानदेय में न्यूनतम 20 प्रति मानदेय में वृद्धि की जाये एवं उपनल कर्मचारियों को डीए की सुविधा भी मिले।
- दूसरे प्रदेश के समान राज्य सरकार भी उपनल कर्मचारियों का नियमितीकरण करे
- उपनल कर्मियों के आश्रितों की सहायता के लिए मृतक आश्रित कोटा लागू किया जाए
- कर्मचारियों के लिए 11 महीने के कांट्रेक्ट की व्यवस्था निरस्त की जाए
जयपाल का गर्मजोशी से स्वागत
दो रोज पहले विषाक्त पदार्थ का सेवन करने वाले उपनल कर्मचारी जयपाल सिंह का प्रेस कांफ्रेस में पहुचने पर गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। अब जयपाल के स्वास्थ्य में सुधार है। उपनल कर्मचारी महासंघ के प्रदेश महामंत्री विनय प्रसाद ने कहा कि कई महीने से वेतन न मिलने की वजह से कर्मचारी परेशान है। जयपाल ने भी भावनात्मक रूप से परेशान होकर विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया था।