मॉस्को। रूस की राजधानी मॉस्को पर ड्रोन हमला हुआ है। ऐसा पहली बार है जब यूक्रेन को रूसी राजधानी पर हमले में सफला मिली है। यूक्रेन ने पहले कई बार मॉस्को पर स्ट्राइक किया है लेकिन एयर डिफेंस सिस्टम हमलों को नाकाम कर देता था। यूक्रेनी सेना के ड्रोन ने मास्को में दो इमारतों को निशाना बनाया है। हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ।
मॉस्को के मेयर ने बताया कि रात के वक्त ये हमला किया गया जिसमें इमारतों को नुकसान पहुंचा है। मेयर सरगेई सोबयानिन ने कहा कि दोनों ऑफिस टावरों को कुछ नुकसान हुआ है, लेकिन कोई शख्स घायल नहीं हुआ। इस हमले के बाद रूस ने मॉस्को के वनुकोवो हवाईअड्डा को बंद कर दिया है और यहां से उड़ान भरने और लैंड होने वाली फ्लाइट्स को रि-डायरेक्ट कर दिया है। यूक्रेनी सीमा से लगभग 500 किमी (310 मील) दूर स्थित मॉस्को और उसके आसपास के क्षेत्र को यूक्रेन में संघर्ष के दौरान शायद ही ड्रोन से निशाना बनाया गया हो। इस महीने की शुरुआत में, ड्रोन हमलों की एक सीरीज ने शहर के दक्षिण-पश्चिम में स्थित एक हवाई अड्डे पर हवाई यातायात को कुछ समय के लिए बाधित कर दिया था। रूस ने कहा था कि उसने उस रात पांच यूक्रेनी ड्रोन गिराए थे। रूस के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ऐसे हमले ‘अमेरिका और उसके नाटो सहयोगियों द्वारा कीव शासन को प्रदान की गई मदद के बिना संभव नहीं होंगे।
रूस ने कहा कि उसने यूक्रेन की सीमा से लगे दक्षिणी रोस्तोव क्षेत्र में दो यूक्रेनी मिसाइलों को रोका है, जिसमें तगानरोग शहर पर मलबा गिरने से कम से कम 16 लोग घायल हो गए थे। पिछले साल फरवरी में मॉस्को द्वारा शुरू किए गए सैन्य अभियान शुरू के बाद से यूक्रेन की सीमा से लगे क्षेत्रों में नियमित ड्रोन हमले और गोलाबारी देखी गई है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शनिवार को कहा था कि एक अफ्रीकी पहल यूक्रेन में शांति का आधार हो सकती है लेकिन यूक्रेनी हमलों की वजह से समस्या जटिल होती जा रही है। शुक्रवार को सेंट पीटर्सबर्ग में अफ्रीकी नेताओं से मुलाकात करने के बाद पुतिन मीडिया से बात कर रहे थे।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही यूक्रेन ने रूस के कब्जे वाले माकिव्का शहर पर हमला किया था। रात में किए गए हमले में यूक्रेनी फौज ने अमेरिका से हासिल किए हिमरास रॉकेट्स का इस्तेमाल किया था। यूक्रेनी फौज ने दो रॉकेट टारगेट करके तेल और आयुध डिपो पर दागे। रॉकेट्स ने सटीक निशाना लगाया। रॉकेट के टकराने से पहला धमाका छोटा था। लेकिन धीरे-धीरे ये बड़ा होने लगा। हथियारों के जखीरे में आग लगने की वजह से वहां से छोटे-छोटे रॉकेट छूट रहे थे। विस्फोट हो रहे थे। थोड़ी देर बाद दूसरा बड़ा धमाका हुआ। बेहद बड़ा। ये धमाका तेल डिपो में विस्फोट की वजह से था। विस्फोट के बाद हवा में आग का मशरूम बन गया।
इससे ठीक पहले अमेरिका के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ जनरल मार्क ए माइली ने कहा था कि यूक्रेन की फौज धीमे और रणनीति के साथ आगे बढ़ रही है। हालांकि रूस के कब्जे वाले इलाकों पर यूक्रेन को फिर से कब्जा करने में समय लग रहा है। इसमें देरी से दिक्कत हो सकती है। यह जितना लंबा खिचेगा, उतना ही ज्यादा जानमाल का नुकसान होगा।