नैनीताल। शिक्षा विभाग में माध्यमिक शिक्षा के अंतर्गत किए गए 100 से अधिक शिक्षकों के तबादले निरस्त नहीं होंगे। विभाग ने इस मामले में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि नियमविरुद्ध हुए केवल तीन तबादलों में संशोधन हुआ है। इसके अलावा शेष यानि 15 प्रतिशत के दायरे में किए गए तबादले रद्द नहीं होंगे।
शिक्षा महकमे में शासन के निर्देशों के क्रम में 15 प्रतिशत शिक्षकों के सुगम से दुर्गम में स्थानांतरण किया गया। बीते 25 जून तक चली इस प्रक्रिया में कुमाऊं मंडल में करीब 100 शिक्षकों को अन्यंत्र सेवाएं दिए जाने के आदेश जारी किए गए। मानकों के आधार पर लंबे समय से सुगम में तैनात शिक्षकों को दुर्गम के विद्यालयों में सेवा के लिए भेजा गया, लेकिन इसी बीच राजकीय शिक्षकों की ओर से प्रक्रिया को चुनौती देते हुए आपत्ति दर्ज कराई गई। जिसमें कहा गया कि कुमाऊं मंडल में 15 प्रतिशत अनिवार्य तबादलों में मानकों से अधिक शिक्षकों को स्थानांतरित किया गया है। मांग की गई कि नियम विरुद्ध किए गए तबादलों को निरस्त किया जाए। ऐसे में विभाग की ओर से पड़ताल के बाद नियम विरुद्ध मात्र तीन तबादले ही मिले। जबकि शेष शिक्षकों के स्थानांतरण में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। अपर निदेशक माध्यमिक शिक्षा कुमाऊं लीलाधर व्यास ने बताया कि जांच के बाद केवल कुछ ही तबादले नियम विरुद्ध मिले थे। अन्य तबादले आदेशों के क्रम में ही प्रभावी होंगे।
शिक्षक संघ चुनाव में बना मुद्दा: दिनों से शिक्षक संघ से जुड़े ग्रुपों में तबादले निरस्त होने की चर्चाएं जोरों पर हैं। तीन निरस्त तबादलों के आदेशों को आधार बनाकर सभी शिक्षकों के तबादले निरस्त होने की बात चल रही है। जल्द होने वाले शिक्षक संघ चुनाव में इस मुद्दे को लेकर कई शिक्षक नेता खूब प्रचार कर रहे हैं। ऐसे में विभाग की ओर से स्थिति स्पष्ट कर दी गई है।