हरिद्वार। जगद्गुरु शंकराचार्य राजराजेश्वराश्रम महाराज ने कहा कि कन्या पूजन से मां भगवती बेहद प्रसन्न होती है। नवरात्र में की जाने वाली उपासना से मां भगवती मनवांछित फल प्रदान करती हैं। कहा कि आज समाज में फैली बेटा-बेटी में भेदभाव की कुरीति को समाप्त करने का संकल्प वास्तव में सभी को लेना चाहिए। यह बातें उन्होंने कन्या पूजन के दौरान कही। शारदीय नवरात्र की नवमी पर श्रवणनाथ आनंद मठ में गंगा तट पर कन्याओं का विधि विधान के साथ पूजन किया गया। पूजन के पश्चात देवी रूपी कन्याओं से आशीर्वाद लिया और उन्हें उपहार भेंट किया।
इस मौके पर शंकराचार्य राजराजेश्वराश्रम ने कहा कि देवताओं और दोनों का युद्ध आज से नहीं बल्कि अनादि काल से चला रहा है। अच्छाई और बुराई का संघर्ष अनादि काल से चला रहा है। उन्होंने कहा कि भगवान राम ने भी जब लंका में विजय प्राप्त करने के लिए पहले नवरात्र पर मां भगवती की आराधना की और उसके बाद उन्होंने रावण पर विजय प्राप्त की। हमारे सभी देवी देवता सर्वशक्ति के आराधक हैं। इसीलिए सभी देवी देवताओं पर सशस्त्र है। इस मौके पर महामंडलेश्वर स्वामी ललितानंद गिरी, आरएसएस के क्षेत्रीय प्रचार प्रमुख पदम सिंह, आरएसएस के विभाग प्रचारक चिरंजीव, पूर्व पालिका अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी, मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी स्वामी राजगिरी, महंत रवि पुरी, मुख्तियार रघुवन, एसएमजेएन पीजी कॉलेज प्रबंध समिति के सदस्य आरके शर्मा, प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार बत्रा, रामानंद इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर वैभव शर्मा, महंत जगदीशानंद, महंत केशवानंद, पुरुषोत्तम शर्मा आदि मौजूद रहे।