रुद्रपुर। गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब में बंदी छोड़ दिवस यानि दीपावली मेला धार्मिक कार्यक्रमों के साथ शुरू हो गया है। मेले में देश के विभिन्न प्रांतों से हजारों की संगत पहुंच रही है। 12 नवंबर से गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब के अलमस्त दीवान हाल में धार्मिक दीवान का रात-दिन आयोजन किया जा रहा है, जहां गुरुओं की महिमा का गुणगान हो रहा है। संगत यहां पवित्र सरोवर में स्नान कर हरिमंदिर साहिब में मत्था टेक रही है। दिन-रात लंबी कतारें लगी हैं।
सोमवार को तड़के से ही लंबी कतारें लग गईं। संगत अनुशासित होकर मत्था टेक रही है। सेवादार भीड़ को नियंत्रित कर रहे हैं। पवित्र पीपल साहिब में दीपावली की रात्रि में दीये जलाकर पूजा-अर्चना और परिक्रमा कर सुख-शांति की कामना की। दीपावली के दिन से 15 दिवसीय मेला शुरू हो गया है। धार्मिक दीवान में गुरुओं की महिमा का गुणगान किया जा रहा है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी अमृत साहिब के राज्य प्रभारी सुखविंदर सिंह एमए ने बंदी छोड़ दिवस पर प्रकाश डाला।
यहां देश के विभिन्न प्रांतों से पहुंचे रागी, ढाढी, कविशरी जत्थों व कथावाचकों में भाई बलदेव सिंह, भाई नरेंद्र सिंह, बलवीर सिंह पारस, गुरबाज सिंह, शुभदीप सिंह, मनजिंदर सिंह, सलविदर सिंह खालसा, स्वर्ण सिंह, भाई सांधा सिंह, भाई दलजीत सिंह खालसा, भाई सर्वजीत सिंह, भाई मुख्त्यार सिंह गुरुओं की महिमा का गुणगान कर रहे हैं। धार्मिक जत्थों ने सिख धर्म के इतिहास और वीरता पर प्रकाश डाला। उन्होंने गुरुओं के बताए मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
यहां गुरुद्वारा प्रबंध कमेटी के अध्यक्ष डॉ. हरबंश सिंह चुघ, महासचिव अमरजीत सिंह, सचिव हरभजन सिंह, भूपेंद्र सिह, हरजिंदर सिंह, देवेंद्र सिंह, प्रकाश सिंह, गुरवंत सिंह, गुरदयाल सिंह, प्रभारी प्रबंधक सुखवंत सिंह भुल्लर मौजूद रहे।