देहरादून। श्री गुरु नानक बॉयज़ पब्लिक इंटर कॉलेज में दो दिवसीय अंतरिक्ष और खगोलशास्त्र कार्यशाला आयोजित की गई। विभिन्न विद्यालयों से 50 विद्यार्थियो ने कार्यशाला में प्रतिभाग लिया। इसरो स्पेस ट्यूटर सौरभ कौशल और राघव शर्मा ने रॉकेट्स और सैटेलाइट के बारे में विद्यार्थियों के साथ चर्चा की। विद्यार्थियों ने अपने खुद के हाइड्रो-रॉकेट्स और सॉलिड प्रोपेलेंट के मॉडल रॉकेट बनाए। विद्यार्थियों ने रॉकेट प्रौद्योगिकी के पीछे के सिद्धांत, डिज़ाइन किया, विकसित किया और जमीन पर हाइड्रो-रॉकेट और सॉलिड प्रोपेलेंट रॉकेट को प्रक्षेपित किया। इस अवसर पर गुरु नानक ब्वायज पब्लिक इंटर कॉलेज, में मुख्य अतिथि पूर्व प्रो. जगमोहन सिंह राणा व पूर्व अध्यक्ष, उत्तराखंड लोक सेवा आयोग, ने छात्रों के साथ संवाद किया और उन्हें नवाचार और प्रौद्योगिकी के महत्व के बारे में बताया, साथ ही उन्होंने सैटेलाइट्स, विभिन्न रॉकेट ईंधनों के महत्व और नवाचार और सोचने की प्रक्रिया कैसे क्रांति लाएगी, इस पर चर्चा की। इसके अलावा, डॉ बृज मोहन शर्मा, अध्यक्ष स्पेक्स, देहरादून ने भी छात्रों से समाज, मानवता और राष्ट्र के विकास के लिए नवाचारी और रचनात्मक काम करने का संदेश दिया। इस अवसर पर स्कूल के प्राचार्य ने मुख्य अतिथि और इसरो स्पेस ट्यूटर्स का धन्यवाद दिया। इस कार्यशाला में विद्यालय के शिक्षकों में कामना, श्री सहगल, श्री सोलंकी आदि उपस्थित रहे।
इसरो स्पेस ट्यूटर्स ने फूलचंद नारी शिल्प मंदिर गर्ल्स इंटर कॉलेज, देहरादून और श्री गुरु राम राय इंटर कॉलेज, मोथरोवाला, देहरादून में कार्यशाला आयोजित की। इस कार्यशाला में लगभग सौ छात्र भाग लिए और अंतरिक्ष और खगोलशास्त्र के मौलिक अवधारणाओं को विकसित किया। गुरु राम राय इंटर कॉलेज, मोथरोवाला में प्रधानाचार्य दिनेश डोबरियाल ने विद्यालय के छात्रों को विज्ञान की विभिन्न विधाओं के विषय में जानकारी दी व स्पेक्स का आभार व्यक्त किया।इस अवसर पर प्रीति रावत,विज्ञान शिक्षक व अन्य शिक्षक उपस्थित रहे। इस अवसर पर डॉ अनिता रावत, निदेशक, यूसर्क, देहरादून ने छात्रों को आजकल अंतरिक्ष और खगोलशास्त्र के महत्व के बारे में बताया और यह कैसे छात्रों के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा, उन्होंने तकनीक के द्वारा लोगों के जीवन में क्रांति कैसे आ सकती है, इस पर चर्चा की। इस अवसर पर फूलचंद नारी शिल्प मंदिर गर्ल्स इंटर कॉलेज, देहरादून के प्राचार्य मोना बाली ने भी छात्रों को नई और नवाचारी चीज़ों की शुरुआत करने के लिए प्रेरित किया और उन्होंने यूसर्क और डॉ। अनिता रावत का धन्यवाद किया। इसके अलावा, इसरो स्पेस ट्यूटर्स, रघव शर्मा और सौरभ कौशल ने छात्रों को अंतरिक्ष विज्ञान और खगोलशास्त्र से संबंधित अवधारणाओं के बारे में बताया और कैसे छात्र भविष्य में अंतरिक्ष अनुसंधान कार्य में हिस्सा बन सकते हैं और अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं, इस पर बातचीत की।
इस अवसर पर विद्यालय की शिक्षिकाओं में शांति बिष्ट, रेनू जोशी, सुषमा कोहली, मीनू गुप्ता, सुजाता शर्मा, सीमा सिंह, नीलिमा, मनी भारती आदि उपस्थित रहे।