देहरादून। पटेलनगर क्षेत्र के चमन विहार में नाबालिग बच्ची के अपहरण की सूचना झूठी निकली है। पुलिस की जांच में मिली जानकारी के मुताबिक, नए स्कूल में एडमिशन कराने से किशोरी नाराज थी। जिसके बाद किशोरी ने अपने अपहरण की झूठी कहानी परिवार और पुलिस को बताई थी। सीसीटीवी फुटेज चेक करने के बाद भी घटना की पुष्टि न होने पर काउंसलिंग के दौरान किशोरी ने सच बताया है।
कोतवाली पटेलनगर को सोमवार शाम को चमन विहार कॉलोनी में एक किशोरी के अपहरण का प्रयास किए जाने की सूचना मिली। सूचना थी कि चमन विहार गली नंबर-10 में एक किशोरी ट्यूशन से घर जा रही थी। इसी दौरान कार सवार दो युवकों ने किशोरी का अपहरण कर लिया है। अपहरणकर्ताओं ने किशोरी की नाक पर रुमाल रखा, जिसे सूंघने के बाद किशोरी बेहोश हो गई।
किशोरी ने बताया कि दरअसल उसने सांस रोक ली थी और बेहोश होने का नाटक कर रही थी। इसके बाद सहारनपुर रोड पर पहुंचने पर कार सवार बदमाशों में से एक सिगरेट पीने के लिए कार से उतरा और दूसरा फोन पर बात करने लगा। इसी दौरान किशोरी मौका देखकर कार से उतरकर भाग निकली। इसके बाद किशोरी घर पहुंची और परिजनों को आपबीती बताई। इस दौरान अपहरण की सूचना पर कॉलोनी में हिंदू संगठन के कार्यकर्ता इकट्ठे हो गए और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे थे।
पुलिस के मुताबिक, किशोरी ने बताया कि पहले वह देहरादून शहर के किसी स्कूल में पढ़ती थी। लेकिन इस साल उसके परिजनों ने उसका एडमिशन दूसरे स्कूल में करा दिया। 15 अप्रैल (सोमवार) को वह पहली बार नए स्कूल में गई। लेकिन कोई नया फ्रेंड न होने के कारण उसका स्कूल में मन नहीं लगा। किशोरी ने अपने पुराने स्कूल में दोबारा एडमिशन पाने के लिए अपहरण की झूठी कहानी रची।
पुलिस ने मामले जानने के बाद जांच शुरू की। पुलिस ने किशोरी द्वारा बताए गए घटनास्थल और अन्य मार्गों के सीसीटीवी कैमरे चेक किए। लेकिन किसी भी सीसीटीवी फुटेज में ऐसी किसी घटना का होना नहीं पाया गया। इस पर किशोरी की काउंसलिंग की गई तो किशोरी ने पूरा सच बताया। एसएसपी अजय सिंह ने बताया, कुछ व्यक्ति विशेष ने बिना सत्यता जाने सामान्य मामलों को भ्रामक और विवादास्पद बनाकर सांप्रदायिक रूप देते हुए लोगों की धार्मिक भावनाएं भड़काने का प्रयास किया जा रहा है। जिन्हें पुलिस ने चिन्हित किया है। देहरादून में सामान्य घटनाओं को भ्रामक बनाकर शांति व्यवस्था और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास करने वाले सभी चिन्हित लोगों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी।