हरिद्वार। सचिव आयुष एवं आयुष शिक्षा विभाग डॉ. पंकज कुमार पांडेय ने कहा कि उद्योगों की हर समस्याओं का समाधान नियमानुसार किया जाएगा। इसके लिए आयुष मंत्रालय से कई नई योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इस संबंध में सचिवालय में बैठक भी हो चुकी है। यह बात सचिव डॉ.पंकज कुमार पांडेय ने सिडकुल स्थित एक होटल में सिडकुल मैन्युफैक्चरर्स द्वारा आयोजित आयुष उद्योग-विकास परिचर्चा एवं संवाद कार्यक्रम के दौरान कहीं।
अपर सचिव आयुष डॉ. विजय कुमार जोगदंडे ने कहा कि उद्योगपतियों की सभी मांगों को नियमानुसार पूरा किया जाएगा। उत्तराखंड की आयुष पॉलिसी पर वर्तमान में बड़े पैमाने पर काम चल रहा है, ताकि आयुष को बढ़ावा दिया जा सके। उन्होंने कहा की सरकार द्वारा नई आयुष पॉलिसी उद्योगों के लिए लाई गई है।
उत्तराखंड ड्रग कंट्रोलर डॉ. मिथलेश कुमार ने कहा कि आयुर्वेद कॉलेज के बच्चे भी आयुर्वेदिक कंपनियों में ट्रेनिंग के लिए आयें ताकि उन्हें आगे इंडस्ट्री में आने का स्कोप रहेगा। ऋषिकुल, गुरुकुल कांगड़ी आदि हरिद्वार में चार कॉलेज हैं।
सिडकुल फार्मास्युटिकल अध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा कि एक दवा सैंपल को पास कराने के लिए उद्यमियों को तीन-तीन माह का इंतजार करना पड़ता है। जिसका नुकसान उद्योगों को होता है। लाइसेंस बनवाने के लिए जारी गाइडलाइंस पूरी करते करते उद्योगों के पसीने छूट जाते हैं। इसमें रियायत दी जाए। डॉ. मोहिंदर आहूजा ने उत्तराखंड के आयुष उद्योगों को हो रही परेशानियों की समस्याओं का समाधान करने की मांग की। साथ ही उत्तराखंड में एक टेस्टिंग लैब की सख्त आवश्यकता बताई।
इस दौरान सिडकुल मैन्युफैक्चरर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. हरेंद्र गर्ग, डायरेक्टर आयुष अरुण त्रिपाठी, एल पाठक, जगदीश लाल पाहवा, अजय जैन, दिगंबर जैन, आरके सुनेजा आदि उद्योगपति मौजूद थे।