श्रीनगर गढ़वाल। उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से नदियों का जलस्तर बहुत बढ़ गया है। शुक्रवार सुबह जैसे ही श्रीनगर जल विद्युत परियोजना के डैम से पानी छोड़ा गया तो श्रीनगर में अलकनंदा नदी का पानी खतरे के निशान के पास तक पहुंच गया। यहां के सारे घाट अलकनंदा में डूब चुके हैं। अलकनंदा का जलस्तर धारी देवी मंदिर के बिल्कुल करीब तक पहुंच चुका है।
वर्तमान में श्रीनगर में अलकनंदा नदी का जलस्तर 535.10 मीटर पर बह रहा है। अलकनन्दा नदी का चेतावनी लेवल 536 मीटर है। फिलहाल अलकनंदा नदी खतरे के निशान से सिर्फ 90 सेंटीमीटर नीचे बह रही है। सुबह जैसे ही श्रीनगर जलविद्युत परियोजना ने बांध से पानी छोड़ा, उसके कारण देवप्रयाग में भी एकाएक नदी के जलस्तर में बढ़ोत्तरी हो गयी। जो लोग पूजा करने संगम पर पहुचे थे, अचानक जलस्तर बढ़ने के कारण वे बिना पूजा किये ही अपने घरों की तरफ लौट आये। देवप्रयाग में आज नदी का जलस्तर खतरे के निशान से दो मीटर नीचे था। श्रीनगर में तो अल्केश्वर घाट नदी के जलस्तर बढ़ने के कारण पूरी तरह जलमग्न हो गयी।
सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता विजय पाल कैंतुरा ने बताया कि चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों में बारिश होने के कारण आज श्रीनगर जलविद्युत परियोजना से 3000 से 4000 क्यूमेक्स पानी छोड़ा गया। पानी छोड़ने से पहले सायरन बजाया गया। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति नदी किनारे ना जाए।