रुद्रप्रयाग। बाबा केदार की चल विग्रह डोली गुरुवार को पैदल यात्रा के दूसरे पड़ाव में गुप्तकाशी पहुंच गई है। यहां पहुंचने पर स्थानीय लोगों के साथ ही व्यापारियों ने जय बाबा केदार के जयघोष और पुष्प वर्षा के साथ डोली का स्वागत किया। देर सांय गुप्तकाशी पहुंचने पर डोली ने विश्वनाथ मंदिर में रात्रि विश्राम किया। जबकि शुक्रवार को डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी, जहां पूजा अर्चना के बाद डोली और पंचमुखी मूर्ति को मंदिर में विराजमान किया जाएगा। केदारनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद बाबा केदार की चल विग्रह डोली 6 ग्रेनेडियर आर्मी की बैंड धुनों की मधुर धुनों एवं बाबा केदार के जयकारों के साथ दूसरे दिन गुप्तकाशी पहुंची। यहां पहले से ही लोग डोली के स्वागत की तैयारी में थे। अनेक जगहों पर डोली का पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया जा रहा है। हर कोई बाबा केदार से सुख शांति और खुशहाली की प्रार्थना कर रहे हैं।
वहीं गुरुवार सुबह रामपुर में पूजा अर्चना के बाद डोली ने गुप्तकाशी के लिए प्रस्थान किया। शेरसी, बडासू, मैखंडा, फाटा, व्यूंग, नारायणकोटि, नाला एवं गुप्तकाशी में सड़क किनारे खड़े लोगों ने डोली का जोरदार स्वागत किया। कई भक्तों ने डोली को फूल मालाएं भेंट की। गुप्तकाशी बाजार में बड़ी संख्या में भक्तों के हुजूम के साथ डोली ने विश्वनाथ मंदिर को प्रस्थान किया। शुक्रवार आज सुबह डोली गुप्तकाशी से ऊखीमठ को प्रस्थान करेगी।
इस मौके पर मुख्य पुजारी शिवलिंग, डोली प्रभारी प्रदीप सेमवाल, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, सूबेदार कुलदीप सिंह, संजय तिवारी, श्रीनिवास पोस्ती, सहित पंचगाई समिति सदस्य, हकहकूकधारी एवं बड़ी संख्या में व्यापारी एवं स्थानीय भक्त मौजूद थे।