देहरादून। उत्तराखंड का शासन-प्रशासन इन दिनो चार धाम यात्रा की तैयारियों में जुटा हुआ है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिए एसओपी जारी कर दी गई है। अब तक 14 लाख से अधिक यात्रियों द्वारा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया जा चुका है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के स्टॉल लगभग फुल हो चुके हैं। जिसे लेकर होटल एसोसिएशन ने नाराजगी जताते हुए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू करने की मांग की है। केदारनाथ के लिए हेली सेवा की बुकिंग जून तक के लिए फुल हो चुकी है।
उल्लेखनीय है कि विगत 15 अप्रैल से चार धाम यात्रा की ऑनलाइन बुकिंग शुरू की गई थी। यात्रियों के अति उत्साह के कारण एक सप्ताह के अंदर ही 12 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन कराये तथा अब यह संख्या 14 लाख को पार कर चुकी है। ऑनलाइन बुकिंग (पंजीकरण) के लिए स्टॉल फुल हो चुके हैं जिसे लेकर होटल एसोसिएशन ने ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू कराने की मांग की है।
शासन-प्रशासन श्रद्धालुओं के बड़ी संख्या में आने की संभावनाओं को लेकर तो उत्साहित है ही, लेकिन अत्यधिक संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के कारण होने वाली समस्याओं को लेकर चिंतित भी है। क्योंकि बीते साल 30 लाख श्रद्धालुओं के आने के कारण धामों में व्यवस्थाएं चरमरा गई थी। इस बार और अधिक संख्या में श्रद्धालू आते हैं तो व्यवस्थाएं चाहे कितनी भी वृहद हो उनका कम पढ़ना भी लाजमी है।
गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे का कहना है कि यात्रियों को कोई समस्या न हो इसके लिए रुद्रप्रयाग में 2000 वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था का इंतजाम किया गया है जिससे जाम जैसी स्थिति पैदा न हो। आधुनिक टॉयलेट व पेयजल एटीएम से लेकर भू-स्खलन जैसी समस्याओं से निपटने की व्यवस्था के साथ-साथ स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। मौसम की ताजा जानकारी और स्वास्थ्य जांच केंद्रो की स्थापना की जा रही है। जिससे यात्रा को सुगम व सुरक्षित बनाया जा सके इस साल बीते साल से 2 गुना श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई जा रही है। जिनके रहने खाने व अन्य सभी जरूरतों को पूरा करने की बड़ी चुनौती होगी।