लखीमपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज लखीमपुर खीरी के कुंभी चीनी मिल परिसर में 2850 करोड़ की लागत से देश के पहले बायोपॉलिमर संयंत्र का शिलान्यास किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बायोप्लास्टिक प्लांट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत और पर्यावरण संरक्षण के संकल्प को साकार करेगा। उन्होंने बताया कि बलरामपुर चीनी मिल्स लिमिटेड द्वारा स्विटजरलैंड, आस्ट्रिया की तकनीक को जोड़कर कुंभी में लगाया जा रहा यह संयंत्र दुनिया का पहला इंटीग्रेटेड पीएलए प्लांट है और भारत का पहला बायोप्लास्टिक प्लांट है। इससे हजारों युवाओं को रोजगार मिलेगा और किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी होगी। उन्होंने कहा कि दुनिया का पहला इंटीग्रेटेड पीएलए प्लांट है और भारत का पहला बायो प्लास्टिक प्लांट है, जो यहां पर प्लास्टिक का एक विकल्प लेकर जीरो लेट के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अंदर निवेश के लिए जो अनुकूल वातावरण बना है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उनके नेतृत्व में आज उस प्रकार का उत्तम वातावरण प्रदान करने में हमें सफलता प्राप्त हो रही है। इसके बाद मुख्यमंत्री ने लखीमपुर खीरी में गोला गोकर्ण नाथ शिव मंदिर कॉरीडोर के निर्माण कार्य का शिलान्यास किया। इस अवसर पर उन्होंने एक हजार 622 करोड़ रूपये की 373 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि लखीमपुर खीरी पर्यटन की दिशा में नये युग की शुरूआत को आगे बढ़ायेगा।
उन्होंने कहा कि गोला गोकर्ण कॉरिडोर को बनाने के लिए विस्थापित परिवारों को आवास की सुविधा उपलब्ध कराई जायेगी। सौंदर्यीकरण के साथ-साथ लोगों के जीवन को सुगम बनाना सरकार की प्राथमिकता है।