देहरादून। उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग अध्यक्ष गीता खन्ना द्वारा टीम गठित करते हुए सोशल बलूनी पब्लिक स्कूल, कारगी चैक का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें आयोग के सदस्य विनोद कापरवान विधि अधिकारी ममता रौथान एवं आयोग के बाल मनोवैज्ञानिक निशात इकबाल उपस्थित रहे। औचक निरीक्षण आयोग को विद्यालय की शिकायत प्राप्त होने पर किया गया।
औचक निरीक्षण के दौरान विद्यालय में कई कमियां पाई गई। विद्यालय में एन0डी0ए व नीट की तैयारी के उपयोग में लाई जाने वाली किताबें मिलीं। बस्तों का वजन शासन आदेश के मानक से अधिक पाए गए। कक्षा 5 के बच्चों को तपउब एवं सैनिक स्कूल की तैयारी करवाई जा रही थी। बच्चों को दो बजे से चार बजे तक एक्स्ट्रा क्लास करवाई जाती है। विद्यालय में शिक्षा के स्थान पर व्यावसायिक गतिविधियां अमल में लाई जा रही हैं तथा शासनादेश का उल्लंघन किया जा रहा है। त्पउब और सैनिक स्कूल की तैयारी करने वाले छात्रों से वार्ता करने पर संज्ञान में आया कि बच्चों को रोज नया टाइम टेबल दिया जाता है। विद्यालय में बच्चों को रोबोटिक की शिक्षा भी दी जाती है।
विद्यालय का इंफ्रास्ट्रक्चर एवं फैसेलिटीज बहुत ही अच्छी व व्यवस्थित है। विद्यालय के बच्चों में अनुशासन की कमी व अव्यवस्थित स्थित देखी गई। आयोग द्वारा विद्यालय के प्रधानाचार्य से स्कूल संचालन संबंधी दस्तावेज मांगने पर प्रधानाचार्य द्वारा उपलब्ध नहीं करवाए गए। आयोग द्वारा उक्त विद्यालय को संचालन संबंधी सभी दस्तावेजों सहित आयोग में उपस्थित होने के निर्देश दिए गए हैं। उत्तराखंड बाल अधिकार संरक्षण आयोग की माननीय अध्यक्ष डॉक्टर गुप्ता खन्ना द्वारा वाल्मीकि समाज की शोभायात्रा में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग किया गया।