कोटद्वार। कोटद्वार आपदा के बीच मुख्यमंत्री के आपदाग्रस्त क्षेत्रों में न जाने, सथानीय विधायक की ओर से प्रभावितों के लिए उचित मुआवजे का ऐलान न किए जाने और गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत के आपदा के इतने दिनों बाद भी कोटद्वार भ्रमण जरूरी न समझने के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने झंडाचौक पर प्रदर्शन किया ओर प्रदेश सरकार का पुतला दहन किया।
रविवार को कांग्रेस कार्यकर्ता महानगर अध्यक्ष संजय मित्तल और यूथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष विजय रावत के नेतृत्व में झंडाचौक पर एकत्रित हुए। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि आपदा के कारण पूरे कोटद्वार क्षेत्र में तबाही मची हुई है। जगह-जगह लोगों के घरों में बारिश का पानी घुसा और उनके आशियाने ढ़ह गए। घरों में मलवा आने की वजह से लोग अन्यत्र रहने के लिए मजबूर हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री ने आपदा से अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करना उचित नहीं समझा और न ही किसी मुआवजे की घोषणा की। लोगों के कमर्शियल वाहनों के नुकसान की भरपाई पर भी मुख्यमंत्री मौन रहे। वहीं गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत भी अभी तक प्रभावितों की सुध लेने नहीं पहुंचे।
कहा कि जहां एक ओर महापौर हेमलता नेगी व पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी प्रभावितों से लगातार मुलाकात कर उनकी हर संभव मदद कर रहे हैं वहीं मुख्यमंत्री ने इस संबध में एक भी शब्द नहीं कहा, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए पुतले को आग के हवाले कर दिया।
पुतला दहन करने वालों में सुदर्शन राचत, बृजपाल नेगी, शूरवीर सिंह, साबर सिंह, हेमचंद्र पंवार, प्रीति सिंह, अंकुश घिल्डियाल, रजनीश उप्पल, सरदार उप्पल सिंह, बाबी बिष्ट, राजा आर्य, रूपेंद्र सिंह नेगी और संजय रावत आदि थे।