ऋषिकेश। लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के चलते जनपद पौड़ी के यमकेश्वर ब्लॉक में हालात बिगड़ते जा रहे हैं। बारिश के पानी के साथ गांवों के संपर्क मार्ग बहने के साथ ही पेयजल लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई। घरों में संचित पानी भी अब खत्म हो रहा है। वहीं कई घर ढहने की कगार पर आ गए हैं। भारी बरसात के चलते यमकेश्वर ब्लॉक के गांव धमांद, चमनपुर, खरगोशा, दिउली, बंसटोला, इडिया और कोठार सहित आसपास के क्षेत्र के करीब 50 से अधिक गांवों में भूस्खलन से संपर्क मार्ग और पगडंडियां बह गई हैं। इसके चलते इन गांवों की पेयजल लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। ग्रामीणों द्वारा प्राकृतिक जलस्रोतों से संचित पेयजल भी अब खत्म होने की कगार पर है। इससे करीब 200 से अधिक परिवारों में पेयजल संकट गहरा रहा है। फिलहाल ग्रामीण पुलिस प्रशासन व किसी जानने वाले के सहयोग से पानी की बोतल का स्टॉक रख काम चला रहे हैं। लेकिन जगह-जगह मार्ग बंद होने पर कई गांव में पानी की बोतलें पहुंचाना भी पुलिस प्रशासन के लिए भारी पड़ रहा है।
यमकेश्वर ब्लॉक के ग्रामसभा कोठार के ग्राम प्रधान नीरज पयाल ने बताया कि नीलकंठ मोटर मार्ग भी मलबा आ जाने से बंद है। बताया कि पहाड़ से आए मलबे से पाइपलाइनें और प्राकृतिक जलस्रोत भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। दिउली इंटर कॉलेज को जाने वाला मार्ग भी पूरी तरह बाढ़ के भेंट चढ़ गया। बारिश के चलते यमकेश्वर के कई गांव के घरों के नीचे बुनियाद की मिट्टी ढहने से मकान गिरने की नौबत आ गई है। ग्राम सभा इडिया में महिपाल पुत्र श्याम सिंह व ग्राम कोठार में सुरेन्द्र सिंह पुत्र संतराम, धीरज पुत्र रोशन सिंह व रतन चन्द्र पुत्र फूल चन्द्र के घर खतरे की जद में है। प्रशासन ने इन घरों को खाली करवा दिया है।