हरिद्वार। भेल सेक्टर दो से सटे हजारीबाग में जलता हुआ पटाखा गिरने से कबाड़ी के गोदाम में विकराल आग लगने से एक परिवार की जान पर बन आई। आनन-फानन में पहुंचे दमकलकर्मियों ने परिवार को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। इधर, बेहोश हुए गोदाम स्वामी को प्राथमिक उपचार के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया। पांच दमकल वाहन की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। अग्निकांड में लाखों के नुकसान की बात सामने आई है।
ज्वालापुर क्षेत्र के हजारीबाग में धर्मवीर निवासी मोहल्ला तेलियान का कबाड़ का गोदाम है। दीपावली की देर शाम जलता हुआ रॉकेट गोदाम में जा गिरा। देखते ही देखते गोदाम में रखे गत्ते ने आग पकड़ ली। चंद मिनट में आग ने विकराल रूप ले लिया। गोदाम में लगी आग से पीछे रह रहे नाती राम कश्यप के घर में धुआं भर गया। धुंआ भर जाने से बुजुर्ग नाथीराम कश्यप, उनका बेटा रोहित कुमार, उसकी गर्भवती पत्नी तपस्या कश्यप, भाई कोमल कुमार घर के अंदर फंस गए। परिवार के सदस्यों ने चीखना-चिल्लाना शुरू कर दिया। आस पास के लोग एकत्र होने लग गए।
घटना की सूचना दमकल महकमे को दी गई। सीएफओ अभिनव त्यागी, एफएसओ शिशुपाल सिंह नेगी की अगुवाई में टीम मौके पर पहुंची। टीम ने आग पर काबू पाने के साथ घर में फंसे सभी सदस्यों को सकुशल बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। दमकलकर्मियों ने पांच दमकल वाहन की मदद से आग पर काबू पाया। सूचना मिलने पर पहुंचा गोदाम स्वामी बेहोश गया, जिसे तुरंत ही जिला अस्पताल भेजा गया। अग्निकांड में गोदाम में रखा कबाड़ स्वाहा हो गया और घर के अंदर लगा एसी पूरी तरह से जल गया। यही नहीं फर्नीचर, सीसीटीवी कैमरे भी खराब हो गए। आग से खिड़की और दरवाजों के शीशे भी चटक गए।
सीएफओ अभिनव त्यागी ने बताया कि परिवार के सभी सदस्य सुरक्षित निकाल लिए गए थे। गोदाम स्वामी की भी हालत सही है। प्रथम दृष्टया कई लाख का नुकसान होने की बात सामने आ रही है, जिसका आंकलन किया जा रहा है।