रुद्रपुर। भारतीय किसान यूनियर टिकैत और चंढूनी गुट ने एक अक्तूबर से होने वाली धान की खरीद कच्चा आढ़ती व क्रय केंद्रों पर कराने की मांग की। किसानों ने कहा कि यदि कच्चा आढ़ती के माध्यम से धान की खरीद नहीं हुई तो किसान आंदोलन को बाध्य होंगे। इसके अलावा किसानों ने नैफेड एजेंसी के धान खरीद केंद्र विकास खंड में नहीं खोलने की बात कही।
भारतीय किसान यूनियन टिकैत से जुड़े किसान मंडी परिसर में एकत्रित हुए। किसानों ने एक अक्तूबर से धान की खरीद कच्चा आढ़ती और क्रय केंद्रों के माध्यम से कराने को कहा। वक्ताओं ने कहा कि जब भी धान की खरीद का समय आता है तब ही राइस मिलर्स को अपने बकाया मूल्य की याद आती है। किसानों का धान तब तक औने पौने दमों में बाजार में बिक जाता है। किसानों ने एक अक्तूबर से धान की खरीद नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी। इसके अलावा किसानों ने नैफेड एजेंसी के सेंटर नहीं खोलने की मांग की। किसानों ने कहा कि गत वर्ष नैफेड ने किसानों को समय से भुगतान नहीं किया।
इस अवसर पर जिलाध्यक्ष गुरसेवक सिंह, कुलविंदर सिंह, गोपाल सिंह, अवतार सिंह, रणधीर सिंह, सुभाष राणा, बलजीत सिंह, प्रीतपाल सिंह, सतनाम सिंह, गुरमेज सिंह, करमजीत सिंह, जसविंदर सिंह पप्पू आदि रहे।
भाकियू चढूनी ने भी उठाई मांगे
इधर भाकियू चढूनी गुट ने एक अक्तूबर से धान की खरीद शुरू करने, गन्ने का मूल्य 400 रुपये प्रति कुंतल करने, मिलों का संचालन नवंबर प्रथम सप्ताह से करने, किसानों को बैंक कृषि ऋण पर दस लाख तक कोई भी स्टांप ड्यूटी नहीं लगाने की मांग की।
इस अवसर पर संगठन के संरक्षक प्रकाश तिवारी, कार्यकारी ब्लॉक अध्यक्ष राजेंद्र सिंह, जंगली प्रसाद, निंदर सिंह, कुलवंत सिंह, हरगोविंद सिंह, गुरजिंदर सिंह, लखिवंदर सिंह, हयात सिंह, सचिन सिंह राणा, जितेंद्र सिंह गुरप्रीत सिंह आदि थे।