देहरादून। डाॅ. आर एस टोलिया उत्तराखण्ड प्रशासन अकादमी के महानिदेशक वीपी पाण्डे के दिशा-निर्देशों के तहत् एवं राज्य आपदा एवं पुनर्वास विभाग के सहयोग से प. दीन दयाल वित्त संस्थान सुद्धोवाला में एक सतत विकासः हिमालयन नॉलेज नेटवर्क विषयक कार्यशाला के आज द्वितीय दिवस सड़क, रेल सुरंग निर्माण हेतु भूगर्भीय तथ्यों पर चर्चा की गयी तथा अगले सत्र में वन भूमि का उपयोग अन्य परियोजन में कैसे किया जा सकता है, इस पर चर्चा की गई।
सचिव आपदा प्रबन्धनध्निदेशक सीटीआरएफए डाॅ रंजीत कुमार सिन्हा ने समस्त प्रतिभागियों व कार्यशाला टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया।
कार्यक्रम निदेशक ओम प्रकाश ने कार्यक्रम के अंत में कार्यशाला में उठाये गये विषयों एवं सुझावों को सचिव आपदा प्रबन्धन एवं पुनर्वास विभाग को प्रेषित करने तथा हिमालय के सत्त विकास हेतु एक ठोस रणनीति बनाये जाने हेतु सभी राज्यवासियों से अपील की ताकि हिमालय के ज्ञान को संरक्षित किया जा सके।
इस दौरान सत्र में डाॅ पीयूष रौतेला अधिशासी निदेशक , डाॅ0 वी.के बहुगुणा, आईएफएस (रि), पर्यावरण विद कल्याण सिंह रावत, डाॅ पवन कुमार, डाॅ एल.एन ठकुराल, डाॅ सोम प्रकाश, डाॅ मंजू पाण्डे, डाॅ प्रियंका त्यागी आदि मौजूद रहे। डाॅ0 जी.एस रावत, यूएनडीपी डाॅ प्रदीप मेहता सहित वन विभाग, सिंचाई विभाग, लोनिवि, जल संस्थान, पंचायतीराज, एसडीआरएफ, वाडिया संस्थान, ग्राफिक ऐरा, जी.बी पंत संस्थान के अधिकारियों द्वारा प्रतिभाग किया गया। आदि विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।