देहरादून। प्रेमनगर में ठेकेदार की लापरवाही ने एक मासूम की जान ले ली। उसकी दशहरा ग्राउंड में पानी से भरे गड्ढे़े में गिरने की मौत हो गई। बच्चा सुबह घर से खेलने के लिए निकला था। इसके बाद से उसका कुछ पता नहीं चल रहा था। शाम तक बच्चे का पता नहीं चला तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले तो उसमें बच्चा घर से निकलता हुआ दिखा, लेकिन उसके बाद अचानक गायब हो गया। पुलिस ने दशहरा ग्राउंड में बने गड्ढे़ें में देखा तो एक गड्ढे़ में बच्चे का शव पड़ा मिला। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने लापरवाह ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं। बच्चे की मौत के मामले में शुक्रवार को मृतक बच्चे के स्वजन ठेकेदार की गिरफ्तारी की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। पीड़ित परिवार ने मुआवजे की मांग भी की है।
पुलिस के अनुसार, सब्जी बेचने वाले मिल कालोनी शिवपुरी, प्रेमनगर निवासी जितेंद्र कुमार का पांच साल का बेटा अधीर घर से निकला, लेकिन वापस नहीं आया। कुछ समय बाद अधीर की खोजबीन शुरू हुई, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। अधीर के माता-पिता उसे आसपास ढूंढते रहे, लेकिन उसका कहीं पता नहीं लग पाया। शाम तक वह खुद ही बच्चे को तलाशते रहे। जब बच्चे का कहीं पता नहीं चला तो वह रोते-बिलखते प्रेमनगर थाना पहुंचे और गुमशुदगी दर्ज कराई।
प्रेमनगर थानाध्यक्ष गिरीश नेगी ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अलग-अलग टीमें गठित कर बच्चे की तलाश शुरू की। जितेंद्र कुमार के घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले गए, जिसमें बच्चा घर से बाहर निकलता दिखा, लेकिन कुछ ही दूरी से वह अचानक गायब हो गया। इसके बाद दशहरा ग्राउंड के चारों तरफ बने गड्ढों में तलाश शुरू की। सरिया से प्रत्येक गड्ढे़े को खंगाला जा रहा था। एक गड्ढे़ में सरिया डालकर घुमाया गया तो बच्चे का शव ऊपर आ गया।