शिमला मिर्च का इस्तेमाल सब्जी से लेकर पिज्जा,नूडल्स पास्ता जैसे कई तरह की डिशेज में भी किया जाता है. शिमला मिर्च को खाने में डालने से वह न केवल स्वादिष्ट बन जाता है, बल्कि उसे देखने में भी बेहद आकर्षक बना देता है. शिमला मिर्च का हरा, लाल, पीला, रंग सब्जियों में मिलने से उन्हें रंग-बिरंगा और सुंदर बना देता है. शिमला मिर्च की अलग-अलग प्रजातियों में बेशकीमती पोषक तत्व छिपे हैं. जो हमारे शरीर को अंदर से मजबूत बनाते हैं. हरे, लाल, पीले, नारंगी और काला रंग की शिमला मिर्च, सभी में मौजूद विटामिन्स, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स हमारे लिए वरदान हैं.
सभी रंगों के शिमला मिर्च का अपने-अपने फायदे हैं
* लाल शिमला मिर्च – इसमें कैप्सैसिन और कैरोटीनोइड्स होते हैं, जो इसे मिर्ची और रंग देते हैं. ये एंटीऑक्सीडेंट का काम करते हैं और इम्यूनिटी बढ़ाते हैं.
* हरी शिमला मिर्च- इसमें विटामिन सी और क्लोरोफिल होता है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं.
* पीली शिमला मिर्च- इसमें कैरोटीनोइड्स होते हैं जो आंखों के लिए लाभदायक हैं और रेटिना की सुरक्षा करते हैं.
* काली शिमला मिर्च- इसमें एंटीऑक्सीडेंट सबसे अधिक होते हैं जो कैंसर से लडऩे में मदद करते हैं.
* नारंगी शिमला मिर्च- समें बीटा कैरोटीन पाया जाता है जो इसे नारंगी रंग प्रदान करता है. बीटा कैरोटीन आंखों के लिए बहुत लाभदायक होता है।.यह रेटिना को सुरक्षा देता है.
जानें कौन होता है ज्यादा फायदेमंद
लाल शिमला मिर्च में फाइटोन्यूट्रिएंट्स जैसे कि बीटा-कैरोटीन और विटामिन सी की मात्रा हरी शिमला मिर्च या अन्य शिमला मिर्च की तुलना में कहीं अधिक होती है. लाल शिमला मिर्च में बीटा-कैरोटीन की मात्रा हरी शिमला मिर्च से 11 गुना तक अधिक पाई जाता है. इसी तरह, लाल शिमला मिर्च में विटामिन सी की मात्रा भी हरी शिमला मिर्च से डेढ़ गुना तक अधिक होती है. दूसरी तरफ, हरी शिमला मिर्च में शुगर कम पाई जाती है. इसलिए, लाल शिमला मिर्च का सेवन पोषक तत्व के लिए अधिक फायदेमंद है.