काशीपुर। 20 गांव की 5838 एकड़ भूमि के भूमि धरी अधिकारों को लेकर तहसील परिसर में चल रहे भूमि बचाओ आंदोलन को तेज करने के उद्देश्य से जनसंपर्क अभियान शुरू किया है। इसके तहत बुधवार को गुरुद्वारा साहिब सिंह सभा नमूना में क्षेत्र के लोगों की बैठक संपन्न हुई।
यह बैठक भाकियू प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा की अध्यक्षता में संपन्न हुई। इसमें सभी ने एकमत होकर सरकार के साथ दो-दो हाथ करने का संकल्प लिया। वक्ताओं ने कहा कि सरकार बार-बार आश्वासन देने के बावजूद अपनी बात पर खरी नहीं उतर रही है। किसानों, मजदूरों, व्यापारियों के आंदोलन को अनदेखा कर रही है। चार महीने पूरे होने जा रहे हैं, लेकिन सरकार समस्या का समाधान नहीं कर रही है। इससे सरकार की मंशा पर प्रश्न चिह्न लगता है। साथ ही तय किया गया कि अब प्रत्येक घर के दो सदस्य आंदोलन में लगातार सक्रिय रहेंगे और प्रभावित 20 गांव के अलावा बाजपुर तहसील के अन्य गांव में भी संपर्क कर लोगों को आंदोलन के साथ जोड़ा जाएगा। इस दौरान जब तक सरकार भूमि धरी अधिकार वापस नहीं दे देती तब तक आंदोलन को जारी रखने का संकल्प दोहराया।
ये लोग रहे शामिल: बैठक में भूमि बचाओ मुहिम के संयोजक जगतार सिंह बाजवा, आयोजक रजनीत सिंह सोनू, भाकियू एकता उगराहां के प्रदेश अध्यक्ष बल्ली सिंह चीमा, भाकियू मंडल अध्यक्ष विक्की रंधावा, कुलबीर सिंह, हरमिंदर सिंह बराड़, दलजीत सिंह रंधावा, राजेंद्र सिंह गिल, सतनाम सिंह रंधावा, अमरनाथ शर्मा, हरदेव सिंह, सनी निजर, गगन सरना, सनी खैरा, लखविंदर सिंह, काका सिंह, जसजीत भुल्लर, सलामत हुसैन, गुरविंदर सिद्धू सुखजीत सिंह, रंजीत शौकर आदि थे।
ये लोग बैठे अनशन पर: बाजपुर। बुधवार को क्रमिक अनशन पर बाबू सिंह चौहान, बस्सन सिंह, देवेश प्रताप सिंह, सिकंदर सिंह और हरदीप सिंह को भूमि बचाओ मुहिम के संयोजक जगतार सिंह बाजवा ने माल्यार्पण कर बैठाया। ये आंदोलन बीते 107 दिनों से लगातार जारी है।
निधन पर शोक व्यक्त किया: आंदोलन स्थल पर भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह पड्डा की बड़ी बहन माता गुरदीप कौर और भूमि बचाओ आंदोलन से जुड़े सनी सूद की माता मधु सूद के आकस्मिक निधन पर शोक सभा आयोजित की गई। साथ ही दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए दोनो परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की गईं।