देहरादून। लोकपर्व फूल देई आज पूरे प्रदेश में धूमधाम से मनाया गया। पहाड़ी जिलों में बच्चों ने देहरी पूजन कर सुख, शांति और समृद्धि की कामना की। चंपावत जिले में भी फूल देई मनाई गई। जिले के सुई गांव की लक्षिता चौबे ने बताया कि फूल देई उत्तराखंड का लोकपर्व है और यह कुमाऊं व गढ़वाल दोनों जगह मनाया जाता है। लक्षिता ने बताया कि इस त्यौहार में गांव के बच्चे सुबह जंगल से फूल लाकर देहि पर रखते हैं, जिसके बदले में गांव वाले उन्हें गुड़, मिठाई और अनाज आदि देते हैं। उन्होंने बताया कि यह त्यौहार वसंत के आगमन का भी संकेत देता है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में बच्चों के साथ लोकपर्व फूलदेई का उत्सव बड़े धूमधाम से मनाया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रकृति का आभार प्रकट करने और बसंत ऋतु के स्वागत का प्रतीक लोकपर्व फूलदेई न केवल सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है, बल्कि हमारे प्राचीन रीति-रिवाजों को सम्मान देने का भी एक महत्वपूर्ण अवसर है। गौरतलब है कि हिन्दू नव वर्ष यानी चैत्र महीने की 1 गते को उत्तराखंड के कुमाऊं में मेष संक्रांति, फूल संक्रांति और फूल देई के नाम से यह त्यौहार मनाया जाता है। इस समय चारों ओर हरियाली और नाना प्रकार के फूल खिले होते हैं।