ऋषिकेश। श्यामपुर में हरिद्वार-ऋषिकेश नेशनल हाईवे पर पीडब्ल्यूडी के अधिकारी अतिक्रमण पर कार्रवाई के लिए पहुंचे। इस दौरान स्थानीय लोगों ने कार्रवाई का विरोध करते हुए मनमानी का आरोप लगाया। दस्तावेजों की जांच में पता चला कि पीडब्ल्यूडी का दावा हाईवे के मध्य से दोनों तरफ 50-50 फीट पर स्वामित्व का था। जबकि, विभाग ने स्थानीय लोगों को मध्य से 40-40 फीट के आगे निर्माण की एनओसी जारी की है।
दस्तावेजों को लेकर विवाद बढ़ने पर एसडीएम योगेश मेहरा ने हस्तक्षेप किया। उन्होंने दस्तावेजों की जांच कर संबंधित अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्हें कागजी कार्रवाई को पूरा करने के बाद ही अतिक्रमण ध्वस्त करने की जमीनी प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए।
जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान ने बताया कि विरोध के बावजूद राजस्व और पीडब्ल्यूडी की संयुक्त टीम दो दीवारों को गिरा चुकी थी, मगर उन्हें हकीकत से अवगत कराया, तो वह लौट गए। बताया कि पीडब्ल्यूडी की ओर से नोटिस जारी करने का मामला पहले ही संबंधित लोग हाईकोर्ट ले गए हैं, इसमें अब सुनवाई होनी है। उन्होंने इस तरह की कार्रवाई को घोर लापरवाही बताया। बोले, स्थानीय लोग विकास में सहयोग करने को तैयार है। पीडब्ल्यूडी को 10-10 फीट और जमीन चाहिए, तो नियमानुसार प्रभावित लोगों को मुआवज दे। वह जमीन छोड़ने को तैयार हैं।
राज्य में अतिक्रमण को लेकर व्यापक स्तर पर विभागीय अधिकारी कार्रवाई के लिए अभियान चला रहे हैं। इसी क्रम में पीडब्ल्यूडी ने हरिद्वार बाईपास मार्ग पर करीब 108 अतिक्रमण चिन्हित कर संबंधित लोगों को नोटिस जारी किए थे। सोमवार को सहायक अभियंता सतीश कुमार व अन्य अधिकारी राजस्व विभाग के साथ कार्रवाई के लिए पहुंचे थे। उन्होंने गुमानीवाला में चिन्हित कब्जों को अतिक्रमण बताते हुए कार्रवाई शुरू ही की थी कि विरोध हो गया।