चमोली। जिलाधिकारी हिमांशु खुराना की अध्यक्षता में गुरूवार को सड़क सुरक्षा समिति की बैठक हुई। जिसमें सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए दुर्घटना संभावित क्षेत्रों एवं संवेदनशील स्थलों पर सुरक्षित उपाय करने हेतु निर्देशित किया गया। इस दौरान सड़क सुरक्षा से संबधित सभी बिन्दुओं की विस्तार से समीक्षा की गई।
जिलाधिकारी ने सड़क निर्माण से जुड़े सभी विभागों को निर्देशित किया कि सड़कों पर चिनिहत ब्लैक स्पॉट और दुर्घटना संभावित क्षेत्रों में प्राथमिकता पर सुधारीकरण कार्य किए जाए। दुर्घटना संभावित स्थलों पर पैराफीट, क्रैशबैरियर एवं साइनेज लगाने को काम शीघ्र पूरा करें। सड़कों पर रोड सेफ्टी ऑडिट कार्य जल्द से जल्द पूरा करें। पुलिस, परिवहन एवं एसडीएम अपने क्षेत्रान्तर्गत वाहनों की चेकिंग पर विशेष ध्यान दें। ओवर स्पीड एवं ओवरलोडिंग वाहनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। सड़कों पर सुरक्षात्मक कार्यो का स्थलीय निरीक्षण भी सुनिश्चित करें। इस दौरान पूर्व में घटित सड़क दुर्घटनाओं के कारण एवं क्षति, ब्लैक स्पॉट पर संचालित सुरक्षात्मक कार्यो की गहनता से समीक्षा की गई और सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए गए।
लोनिवि के अधिशासी अभियंता राजवीर सिंह चौहान ने बताया कि पुलिस एवं परिवहन विभाग द्वारा माह अगस्त एवं सितंबर में ओवरस्पीड के 36, ओवरलोडिंग में 20, भार वाहनों में यात्री ढोने पर 14, वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करने पर 22, शराब पीकर वाहन चलाने पर 12, बिना हेलमेट के 94, सीट वेल्ट, बिना डीएल, परमिट, फिटनेस व प्रदूषण सहित कुल 464 चालान तथा से 30 वाहनों को सीज किया गया है। चालान में 29.59 लाख प्रशमन शुल्क वसूला गया है।
बैठक में अपर जिलाधिकारी डॉ अभिषेक त्रिपाठी, संयुक्त मजिस्ट्रेट डॉ दीपक सैनी, एसडीएम कुमकुम जोशी, पुलिस उपाधीक्षक नताशा सिंह, एसीएमओ डॉ उमा रावत, सहायक सभागीय परिवहन अधिकारी ज्योति शंकर मिश्र समेत एनएच, लोनिवि, पीएमजीएसवाई, बीआरओ एवं अन्य सड़क निर्माणदायी विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।