ऋषिकेश। गंगा के विश्व प्रसिद्ध कौडियाला मुनिकीरेती इको टूरिज्म जोन में शनिवार से राफ्टिंग की गतिविधियां शुरू हो गई हैं। पहले चरण में ब्रह्मपुरी से मुनिकीरेती तक राफ्टिंग के संचालन की अनुमति दी गई है। सुरक्षा की दृष्टि से जुलाई और अगस्त में राफ्टिंग को बंद रखा जाता है। ऋषिकेश में ब्रेक के बाद एक बार फिर से गंगा में राफ्टिंग के रोमांच का सफर शुरू हो गया है। करीब ढाई माह से बंद राफ्टिंग का संचालन शुरू होने से पर्यटकों के चेहरे खिल उठे है। प
हले दिन शत्रुघ्नघाट पर राफ्टिंग कारोबारियों ने पूजा-अर्चना के बाद राफ्ट गंगा में उतारी। पहले दिन 40 राफ्टों में करीब 300 लोगों ने राफ्टिंग का आनंद उठाया। राफ्टिंग से करीब 20 हजार से अधिक लोगों का प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार जुड़ा है। इससे एक माह में करीब 50 लाख से अधिक का कारोबार होता है। हर साल सितंबर माह में राफ्टिंग का सत्र शुरू होता है।
एसडीएम नरेन्द्रनगर देवेन्द्र सिंह नेगी ने बताया कि वन एवं पयर्टन विभाग की तकनीकी टीम ने निरीक्षण के बाद राफ्टिंग की अनुमति दी है। राफ्टिंग पर नियंत्रण को एक विशेष टीम लगातार निगरानी भी करेगी, ताकि ओवरलोडिंग न हो सके। पर्यटकों की सुरक्षा को अनुभवी राफ्टिंग गाइड ही राफ्ट पर तैनात करने को कहा गया है।
राफ्टिंग के शुभारंभ पर राफ्टिंग एसोसिएशन अध्यक्ष दिनेश भट्ट, महामंत्री हुकम रावत, पंकज अग्रवाल, अनुभव पयाल, नवीन रमोला, सुमित पाल, अंकित पाल, तुषार गोयल, विनोद लेखवार, रामपाल भंडारी आदि मौजूद रहे।