रुद्रप्रयाग। भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान की ओर से विकासखंड ऊखीमठ की ग्राम सभा मक्कूमठ में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बने स्वयं सहायता समूह की ग्रामीण महिलाओं को छह दिवसीय सामान्य उद्यमिता विकास कार्यक्रम प्रशिक्षण दिया जा रहा है। संस्थान के निदेशक किशन सिंह रावत ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्जवलित कर किया।
इस अवसर पर भारतीय स्टेट बैंक ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के निदेशक ने बताया कि एनआरएलएम की महिला समूहों को प्रशिक्षण के बाद रोजगार से जोड़ने का हरसंभव प्रयास किया जाएगा। उन्होंने महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित कर उन्हें स्थानीय स्वरोजगार की संभावनाओं जैसे सिट्रेस फल माल्टा, नींबू आदि से स्क्वैश, अचार आदि प्रसंस्कृत किए जाने की जानकारी से अवगत कराया। संस्थान के निदेशक ने कहा कि जनपद में केदारनाथ, मद्महेश्वर, तुंगनाथ, देवरियाताल आदि कई पर्यटक स्थल हैं जहां लाखों की संख्या में यात्री आते हैं। यात्रा का मुख्य पड़ाव होने से यहां व्यवसाय की अपार संभावनाएं बढ़ जाती हैं। स्थानीय उत्पाद तैयार कर मार्केटिंग करने से महिलाओं की आय में अवश्य वृद्धि होगी। साथ ही स्वरोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।
इस अवसर पर संस्थान के प्रशिक्षक वीरेन्द्र बर्त्वाल, ग्रामोत्थान ऊखीमठ के आजीविका समन्वयक शिशुपाल कोठियाल, एनआरएलएम ऊखीमठ के क्षेत्र समन्वयक प्रदीप सिंह सहित सुनीता देवी, अमिता देवी, बीना देवी, लक्ष्मी देवी, पूजा देवी, अनीता देवी, मनोरमा देवी आदि महिलाएं उपस्थित थी।