अल्मोड़ा। राजकीय शिक्षक संघ की ब्लाॅक कार्यकारिणी धौलादेवी के तत्वाधान में अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर बीआरसी सभागार में शैक्षिक उन्नयन गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर ब्लाॅक के उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित भी किया गया।
गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए राजकीय शिक्षक संघ के मंडलीय मंत्री रविशंकर गुसांई ने कहा कि वर्तमान समय में शिक्षा प्रणाली पूंजीवादी व्यवस्था से पीड़ित है। सरकारी स्कूलों को संसाधन सम्पन्न बनाया जाना था लेकिन वे सरकारों के लिए मात्र प्रयोगशाला बनकर रह गये है।
विशिष्ट अतिथि जिलाध्यक्ष भारतेन्दु जोशी ने कहा कि सरकारी स्कूलों का अतीत काफी गौरवशाली रहा है। इन्हीं सरकारी स्कूलों से पढ़कर कई प्रतिभाऐं आज देश ही नहीं विदेशों में भी भारत का नाम रोशन कर रहीं हैं। गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए ब्लाॅक अध्यक्ष राजू महरा ने शिक्षण की समस्याओं पर प्रकाश डालते हुए सभी शिक्षकों से शिक्षण में तकनीक का प्रयोग करने पर जोर दिया।
इस मौके पर ब्लाॅक में उत्कृष्ट कार्य के लिए सेवानिवृत शिक्षक बहादुर सिंह रावत, जीआईसी गरूड़ाबांज से शोभा मिराल, राउमावि काफली से यशोदा गहतोड़ी, राइका खेती से गोविन्द प्रसाद, राउमावि चेलछीना से कविता चौबे, राउमावि बानठौक से जीवन लाल आदि को सम्मानित किया गया। गोष्ठी का संचालन ब्लाॅक मंत्री आनन्दबल्लभ पांडे ने किया।
इस मौके पर त्रिवेन्द्र सिंह, मेघा मनराल, गिरीष बिष्ट, हरिवंष बिष्ट, दीपा उप्रेती, डॉ. बृजेश डसीला, डॉ. संकर्षण त्रिपाठी, बसन्त भट्ट, नितेश काण्डपाल, त्रिभुवन सिंह सहित अनेक शिक्षक उपस्थित रहे।