देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने रविवार को नई दिल्ली में स्वामी विवेकानंद हेल्थ मिशन सोसाइटी के 11वें वार्षिकोत्सव एवं सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने निस्वार्थ सेवाभाव से कार्य करने वाले डॉक्टर्स को सम्मानित किया साथ ही उन्होंने सोसायटी के ‘‘चार धाम साथी 2.0’ मोबाइल एप कोे भी लांच किया। अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि मिशन का नेक उद्देश्य वंचित, ग्रामीण, पहाड़ी और आदिवासी क्षेत्रों में निवास करने वाले उपेक्षित समुदायों और तीर्थ यात्रियों की सेवा करना है। इन क्षेत्रों के लोगों को चिकित्सा, शिक्षा और अन्य सामाजिक सहायता मुहैया करना है। वास्तव में यह कार्य नर सेवा नारायण सेवा के मूल मंत्र पर आधारित है।
राज्यपाल ने कहा कि सच्ची और निस्वार्थ सेवाएं प्रदान करने वाले डॉक्टरों और चिकित्सकों के सम्मान समारोह में भाग लेना मेरे लिए बहुत ही गर्व की बात है। ऐसे डॉक्टर और चिकित्सक वास्तव में समाज के असली नायक हैं। इनकी सेवा और समर्पण को सम्मानित करना न केवल इनके प्रयासों की प्रशंसा है बल्कि अन्य सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत भी है।
उन्होंने कहा कि सोसायटी ने जन-कल्याण के लिए पूरी तरह निशुल्क और आधुनिक सुविधाओं से लैस अस्पतालों की स्थापना की है। सोसायटी ने उत्तराखंड में बद्रीनाथ धाम और गंगोत्री धाम में अपने अस्पताल स्थापित किए हैं। इनमें अत्याधुनिक चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि समिति के प्रयासों ने निस्वार्थ सेवा और चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्टता की एक नई परिभाषा गढ़ी है। राज्यपाल ने कहा कि आप सभी स्वयंसेवी भी इसी तरह समाज के लाभ के लिए, समाज की प्रगति के लिए, अपना समय, अपनी ऊर्जा, और अपने संसाधन समर्पित कर रहे हैं। आपका यह मिशन समाज में सुधार, समाज के उत्थान और विकसित भारत के लक्ष्य में अहम योगदान दे रहा है। इसकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है।
राज्यपाल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद मिशन सोसाइटी और उसके द्वारा संचालित अस्पतालों की टीम द्वारा किए जा रहे कार्य इस बात का प्रमाण हैं कि निस्वार्थ भाव से की गई सेवा में अपार शक्ति होती है। इस सोसायटी के प्रयास समाज के हर वर्ग के लोगों के लिए एक सीख है कि कैसे हम सभी मिलकर एक बेहतर और सहायक समाज का निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस सोसायटी और इससे जुड़े हुए सभी परोपकारी व्यक्तियों की सेवा, आपका समर्पण और आपकी निस्वार्थता हम सभी के लिए प्रेरणादायी है।