पिथौरागढ़। उत्तराखंड संस्कृति विभाग को समुद्रतल से 5 हजार 338 फीट ऊंचाई पर बसे सीमांत में 2700 छोलिया दलों के एकसाथ प्रस्तुति पर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड का अवार्ड मिला है। इससे लोक संस्कृति से जुड़े स्थानीय लोगों में खुशी है। उनका कहना है कि यह प्रदेश के लिए गौरव की बात है। नगर के एपीएस स्थित खेल मैदान में संस्कृति विभाग की ओर से बीते 11अक्तूबर को एक कार्यक्रम हुआ। इस दौरान सीमांत के साथ ही अन्य जनपदों से आए लोक कलाकारों ने छोलिया नृत्य की वेशभूषा पहनकर हिस्सा तुरी, राणा सिंघा, नागफनी, छोलिया, ढाल और तलवार जैसे अन्य नृत्य रूपों का प्रदर्शन किया।
संग्रहालय के अध्यक्ष डॉ. सीएस चौहान ने बताया कि हिमालय पर्वत शृंखला की पृष्ठभूमि में इतनी ऊंचाई पर इस तरह का यह पहला कार्यक्रम है। इसे देखते हुए विभाग को वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड का अवार्ड मिला है। बताया कि बंगलुरू से आयी विश्व रिकॉर्ड कोऑर्डिनेटर शैलजा श्रीकांत ने उन्हें प्रशस्त्रि पत्र देकर सम्मानित किया। चौहान ने इस उपलब्धि के लिए संस्कृति विभाग की निदेशक बीना भट्ट को श्रेय दिया है। उन्होंने कहा कि उनके प्रेरणा से यह संभव हो पाया है। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए सहयोग करने वाले कलाकारों का भी आभार जताया है।