देहरादून। वयम वरेण्यम फाउंडेशन द्वारा आयोजित शौर्य महोत्सव-2024 मां भारती के अमर सपूतों, बलिदानियों, क्रांतिकारियों के स्मरण उनके त्याग को नमन करने का आयोजन है। यह उन लोगों का वंदन है जिन्होंने भारत माता के सम्मान हेतु अपना सर्वस्व अर्पण कर बलिदान की महान परम्परा से नई पीढ़ी को साक्षात्कार कराने का एक अवसर प्रदान किया है।
उक्त बात प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, पंचायतीराज, जलागम, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने रविवार को लखनऊ स्थित इंदिरागांधी प्रतिष्ठान विभूति खंड के मर्करी हाल में वयम वरेण्यम फाउंडेशन द्वारा मां भारती के अमर सपूतों, बलिदानियों, क्रांतिकारियों के स्मरण उनके त्याग को नमन करने और भारत माता के सम्मान हेतु अपना सर्वस्व अर्पण कर बलिदान की महान परम्परा से नई पीढ़ी को साक्षात्कार कराने का एक अवसर प्रदान करने के लिए आयोजित शौर्य महोत्सव-2024 में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग करते हुए कही।
वयम वरेण्यम फाउंडेशन शौर्य महोत्सव-2024 के अवसर पर बोलते हुए श्री महाराज ने कहा कि अब समय बदल चुका है। बलिदान के प्रकार भी बदल चुके हैं। अगर आप मानव समाज के उत्थान के लिए, उसकी बेहतरी के लिए अपना सामर्थ्य, शक्ति, अपने हिस्से का सुख और समय व्यय कर रहे हैं तो आप भी बलिदान कर रहे हैं। मुझे इस बात की खुशी है कि वरेण्यम फाउंडेशन एक ऐसे ही लोगों का समूह है जो समाज निर्माण से राष्ट्र निर्माण की पावन भावना को चरितार्थ कर रहा है। नए नए लोगों को इस पुनीत कार्य से जोड़ कर इस श्रृंखला को हर दिन मजबूत कर रहा है।
उन्होंने कहा कि वयम वरेण्यम फाउंडेशन ने 2020 में कोविड के दौरान बेहतर सेवा कार्य करने के साथ-साथ इस विभीषिका में सामुदायिक रसोई व अन्य सामाजिक सेवाएं शुरू करने के अलावा 2021 में जब एक बार फिर से कोविड ने दस्तक दी तो वयम् ने दवा व ऑक्सीजन सिलेंडर आदि से समाज सेवा शुरू की और अगस्त 2022 में पहले शौर्य महोत्सव का आयोजन कर समाज की उम्मीदों पर खरा उतरते का प्रयास किया।