देहरादून। पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी दुनिया से दूर इन दोनों उत्तराखंड की वादियो में घूम रहे हैं। जी हां आपको बता दें महेंद्र सिंह धोनी नैनीताल में हैं और वह आज नैनीताल में बैठकर ही वर्ल्ड कप मैच का लुप्त उठाएंगे।आपको यह भी बता दें कि उनकी धर्मपत्नी का भी आज ही जन्मदिन है तो आज वह डबल सेलिब्रेट करने को उत्साहित है। भारत को 2011 के वर्ल्ड कप में 28 वर्ष के बाद विश्व विजेता बनाने वाले पूर्व कप्तान एमएस धोनी उर्फ माही इस बार क्रिकेट की चमक दमक भरी दुनिया से दूर अपने नाम के अनुरूप कूल माहौल में नैनीताल में वर्ल्ड कप देखेंगे।
धोनी ने भावुक होकर उस पल को याद किया था जब 2011 के फाइनल के अंतिम क्षणों में वे मैदान में थे और हजारों लोग सामूहिक रूप से इंडिया इंडिया के नारों के साथ… वंदे मातरम गा रहे थे। यह भी खास बात है कि आज 19 नवंबर को उनकी धर्मपत्नी साक्षी का जन्मदिन भी है और धोनी पत्नी के जन्मदिन के साथ ही भारत की जीत के पलों के साक्षी बनने के इच्छुक हैं। धोनी 2007 से 2017 तक सीमित ओवरों के प्रारूप में और 2008 से 2014 तक टेस्ट क्रिकेट में भारतीय टीम के कप्तान थे। वह इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नई सुपर किंग्स फ्रेंचाइजी के लिए खेलते और कप्तानी करते रहे हैं। इस दौरान और पहले भी उन्होंने हर मैच हजारों लाखों लोगों की मौजूदगी में खेला और देखा है। भारत को घरेलू मैदान पर 2011 आईसीसी विश्व कप जीते हुए 12 साल से अधिक समय हो गया है। तब तत्कालीन भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने श्रीलंका के खिलाफ जीत छक्के के साथ सुनिश्चित की थी। 1983 के बाद यह भारत की दूसरी विश्व कप जीत थी।
हाल में धोनी ने मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में सेमीफाइनल से पहले एक भावनात्मक बयान देते हुए कहा था कि 2011 के फाइनल में सबसे अच्छा एहसास मैच की समाप्ति से 15-20 मिनट पहले ही शुरू ही गया था, जब हमें ज्यादा रनों की जरूरत नहीं थी। साझेदारी बहुत अच्छी चल रही थी। फील्ड में काफी ओस थी और पूरा स्टेडियम वंदे मातरम गाने लगा। उन्होंने कहा था कि मुझे लगता है कि शायद इस 2023 के विश्व कप में फिर वैसा ही परिदृश्य होने के आसार हैं। उन्होंने बताया आज वह अपने मित्रों के साथ धर्मपत्नी का जन्मदिन का सेलिब्रेट भी करेंगे और उन्हें आशा ही नहीं विश्वास है कि इंडिया आज वर्ल्ड कप जीतेगा तो वह डबल सेलिब्रेट करेंगे।